इस मानसून सत्र में जून से अगस्ततक डैम में करीब छह फीट पानी ही जमा हो सका है। इससे डैम से संचालित होने वाली पेजयल एवं सिंचाई योजनाओं पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। दाहोद डैम से मंडीदीप के पांच सौ से ज्यादा कारखाने, मंडीदीप, औबेदुल्लागंज की पेयजल व्यवस्था सहित 18 हजार हैक्टेयर भूमि को सिंचित करने के लिए पानी दिया जाता है। सामान्य बारिश में अगस्त तक डैम का जलस्तर फुल लेवल तक पहुंच जाता है, लेकिन तीन सितंबर को जल स्तर 1503 फीट था जो फुल टैंक लेवल से छह फीट कम है।
महज 5 फीट बढ़ा पानी
31 मई को डैम का जलस्तर 1497 फीट से नीचे था। जून से अगस्त तक डैम का जलस्तर पांच फीट बढ़ा। ज्यादा बढ़ोतरी अगस्त में हुई बारिश से हुई। इस दौरान डैम का जलस्तर चार फीट तक बढ़ा था। इसके बाद भी डैम को पर्याप्त पानी नहीं मिला है।
छह एमजीडी पानी रोज लेता है एकेवीएन
औद्योगिक केन्द्र विकास निगम कारखानों को पानी देने के लिए डैम से प्रतिदिन 6 एमजीडी पानी लेता है। नगर के सभी 15 वार्डो में पेयजल आपूर्ति भी दाहोद डैम से हो रही है। मानसून कमजोर रहने एवं पानी के लगातार दोहन से जलस्तर गिर रहा है।
दाहोद डैम पर एक नजर
डैम का निर्माण वर्ष 1958 में
डैम में 18 गेट लगाए गए वर्ष 1982 में
कुल भराव क्षेत्र 51 वर्ग
क्षेत्र में बारिश नहीं होने से दाहोद डैम में धीमी गति से पानी बढ़ रहा है, अभी मानसून की रवानगी में कुछ समय है, उम्मीद है कि क्षेत्र में जोरदार बारिश का दौर आएगा और डैम में आवश्यक्तानुसार पानी जमा हो जाएगा।
धीरज कप्तान, उपयंत्री सिंचाई विभाग औबेदुल्लागंज
क्षेत्र में सामान्य से कम बारिश की स्थिति होने से दाहोद डैम खाली है, ऐसे में खरीफ की फसल के लिए पानी का संकट होगा।
शंकर नागर, सदस्य दाहोद जल उपभोक्ता समिति