रानी अवंति बाई लोधी सागर परियोजना बरगी डैम (Bargi Dam) के जलस्तर को नियंत्रित रखने के लिए सोमवार को गेट खोल दिए गए। परियोजना प्रशासन के अनुसार गेटों से 35 हजार 562 क्यूसेक (घनफुट प्रति सेकंड) पानी छोड़ा जा रहा है।
यह भी पढ़ें : एमपी कांग्रेस की सख्ती, दो नेताओं को हटाया, कैलाश विजयवर्गीय को गुलाब जामुन खिलाना महंगा पड़ा बरगी डेम से छोड़ा गया पानी करीब तीन दिनों तक नर्मदा में उफान मचाएगा। इससे नर्मदा किनारे के निचली इलाकों में भारी तबाही की आशंका है। ऐसे में प्रशासन ने जबलपुर सहित नर्मदा किनारे के सभी आधा दर्जन जिलों में बाढ़ का अलर्ट जारी कर दिया है।
लगातार हो रही बारिश के कारण राजधानी भोपाल का कोलार डेम (Kolar Dam) पानी से लबालब हो गया। रविवार सुबह डेम के दो गेट खोल दिए गए। इसके साथ ही कोलार नदी और आसपास के गांवों में अलर्ट जारी किया गया। अशोकनगर में बेतवा उफान (Betwa) पर है। यहां राजघाट बांध (Rajgaht Dam) के 8 गेट खोल दिए गए।
यह भी पढ़ें : एमपी में विधायक ने महिलाओं को मारा, बाल पकड़कर जमीन पर पटका, खूब चलाए लात-घूंसे उज्जैन में शिप्रा नदी में उफान आने पर प्रशासन अलर्ट है। आसपास के इलाकों में बाढ़ का अलर्ट जारी कर दिया गया है। शाजापुर में भी बाढ़ आ गई है। यहां राहत और बचाव कार्य चल रहे हैं।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अभी जोरदार बारिश का दौर जारी रहेगा। साइक्लोन सर्कुलेशन सिस्टम (Cyclone Circulation System) बना हुआ है। गुजरात से केरल तक अपतटीय द्रोणिका प्रदेश में बरसात का सबब बनी हुई है। ट्रफ लाइन भी खिसक रही है। ऐसे में मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में प्रदेश के 35 जिलों के लिए बारिश का अलर्ट किया है।