भोपाल। सेंट्रल टीचर्स एलिजिबिलिटी टेस्ट (सीसेट) के जुलाई में होने की कोई संभावना नहीं है। सोशल मीडिया पर चल रहे नोटिफिकेशन फर्जी बताते हुए सीबीएसई ने अभ्यर्थियों से अपील की है कि उस पर ध्यान न दिया जाए। इस संबंध में बोर्ड अधिकारियों का कहना है कि उनके संज्ञान में सीसेट को लेकर कई तरह की फर्जी सूचनाएं आ रहीं हैं। जिसके चलते अभ्यर्थी गुमराह हो रहे हैं। सीसेट के बारें में कोई भी जानकारी www.ctet.nic.in पर जारी की जाएगी।ये भी पढ़ें : प्राइवेट यूनिवर्सिटी की फीस व एडमिशन का काम अब फीस कमेटी देखेगी, आयोग करेगा सिर्फ मॉनिटरिंगबता दें कंबाइन्ड टीचर एलिजीबीलिटी टेस्ट (CTET) अब साल में सिर्फ एक बार आयोजित की जाएगी। इससे पहले सीबीएसई साल में दो बार सीटेट परीक्षा आयोजित करती थी। cbse के एक सीनियर अधिकारी के अनुसार, ‘जब देश भर की सभी बड़ी परीक्षाएं साल में सिर्फ एक बार आयोजित की जाती है तो फिर सीटेट और नेट परीक्षा दो बार क्यों आयोजित की जाएगी? ये भी पढ़ें : यहां सावन को शिवलिंग पर जरूर आते हैं नागदेव, ये 3 वीडियो देखकर आप भी रह जाएंगे भौचक्केपरीक्षा आयोजित करना एक बड़ा प्रोसेस है,जिसके लिए बहुत बड़े स्तर पर संसाधनों की जरूरत पड़ती है और साल खराब होने का डर न होने की वजह से छात्र भी परीक्षा को उतना सीरियसली नहीं लेते हैं।’ज्ञात हो सीटेट परीक्षा क्लास-1 से क्लास-8 तक के बच्चों को पढ़ाने के लिए जरूरी शिक्षकों की बहाली के लिए आयोजित की जाने वाली परीक्षा है। इससे पहले भी बोर्ड अलग-अलग परीक्षाओं को आयोजित करने की वजह से बढ़े हुए दबाव को लेकर बात करता रहा है। ये भी पढ़ें : मानसून से ज्यादा तबाही ला सकतीं हैं ये बीमारियां, हैरान कर देगी ये रिपोर्टइसी क्रम में बोर्ड ने नेट (National eligibility test) परीक्षा, जो कि असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों पर भर्ती के लिए आयोजित की जाने वाली परीक्षा है, को साल में 1 ही बार आयोजित करने का प्रस्ताव दिया है।ये भी पढ़ें : ये हैं मोबाइल से कमाई की आसान ट्रिक्स, केवल दो घंटे रोज से पाएं इनकमकहीं आपकी प्लेट में परोसे गए चावल प्लास्टिक के तो नहीं, ऐसे करें पता धर्मान्तरण: पैसे के साथ ही बच्चों की मुफ्त शिक्षा व जीवन भर मुफ्त इलाज का भी दे रहा था लालच!