जानकारी के अनुसार भोपाल जिले में 5 साल में महिलाओं, लड़कियों के साथ 1077 मामले दुष्कर्म के दर्ज किए गए। इसमें सबसे ज्यादा दुष्कर्म शहरी क्षेत्र में 970 हुए, इसमें से 836 नाबालिग और 134 केस महिलाओं के हैं। ग्रामीण क्षेत्र की बात करें तो यहां कम मामले सामने आए हैं, पांच साल में कुल 162 प्रकरण ही दर्ज हुए।
अपहरण के मामले भी बढ़े, बरामदगी नाममात्र शहर में 2234 लोगों द्वारा आत्महत्या की गई, इसमें शहरी क्षेत्र में 2127 ग्रामीण क्षेत्रों में 107 लोगों ने आत्महत्या की है। इतना ही नहीं भोपाल शहर में बीते 5 साल में 2674 नाबालिग लड़के, लड़कियों का अपहरण हुआ, इसमें से अब तक मात्र 108 की ही बरामदगी हो सकी। अपहरण की घटनाएं शहरी क्षेत्र में लगातार सामने आ रही हैं, हालांकि इस मामले में पुलिस लगातार पड़ताल कर रही है। इसके अलावा, महिलाओं पर हुए अत्याचार के मामलों में भोपाल शहर काफी आगे है, यहां पर 5 साल में 5675 घटनाएं दर्ज की गईं। शहर में चोरी की घटनाएं भी लगातार बढ़ रही हैं। 5 साल में 10238 चोरी के प्रकरण दर्ज की गईं। इसके अलावा 330 लूटपाट, छह डकैती, 256 हत्याएं और मारपीट के करीब 27890 मामले दर्ज किए गए। वहीं फिरौती के मामले शहर में काफी कम हैं। फिरौती के मात्र 6 मामले बीते 5 साल में दर्ज किए गए हैं। सरकार का दावा है कि भोपाल जिले में कमिश्नर सिस्टम लागू होने के बाद अपराधों में क्राइम रेट कम करने के लिए लगातार समीक्षा की जा रही है।