बैतूल. वर्तमान में बढ़ रही हार्ट अटैक जैसी घटनाओं को संज्ञान में लेकर पुलिस मुख्यालय भोपाल के निर्देशानुसार बैतूल पुलिस ग्राउंड पर सीपीआर का प्रशिक्षण दिया गया।
धार. धार जिले की पुलिस को भी सीपीआर का प्रशिक्षण दिया गया, ताकि कभी भी किसी को अचानक हार्ट अटैक आए तो उसकी जान बचाई जा सके।
खरगोन. पुलिस कंट्रोल रूम पर पुलिसकर्मियों को सीपीआर का प्रशिक्षण दिया गया, उन्हें बताया गया कि ड्यूटी के दौरान भी लोगों की सुरक्षा कैसी की जा सकती है। चिकित्सकों द्वारा सीपीआर का प्रशिक्षण डेमो के माध्यम से दिया गया।
नर्मदापुरम. हार्ट अटैक आने पर फिर से कैसे व्यक्ति की हार्ट बीट को वापस लाया जाए, इसके लिए वेलफेयर सेंटर में प्रशिक्षण दिया गया। हार्ट बीट वापस लाने के लिए आकस्मिक उपायों के बारे में प्रेक्टिकल करके दिखाए गए, नर्मदा ट्रामा के चिकित्सा विशषज्ञ डॉ राजेश शर्मा की टीम सहित एसपी डॉ गुरुकरन सिंह , एएसपी अवधेश प्रताप मौजूद रहे।
देवास. पुलिस अधिकारी व जवानों को पुलिस परेड ग्राउंड में सीपीआर का प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर पर डीआईजी अनिल सिंह कुशवाह, कलेक्टर ऋषव गुप्ता, एसपी डॉ शिवदयाल सिंह रहे मौजूद। हार्ट अटैक के मामलों में प्राथमिक उपचार में सहायक सिद्ध होगा प्रशिक्षण।
दतिया. हार्ट अटैक आने पर किसी व्यक्ति की जान कैसे बचाई जा सकती है इसके लिए पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर शनिवार को पूरे जिले में सीपीआर प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। दतिया में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमल मौर्य एवं एसडीओपी प्रियंका मिश्रा की मौजूदगी मैं प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में पुलिस अधिकारी, कर्मचारी एवं उनके परिजन शामिल हुए।
शिवपुरी. मेडिकल कॉलेज से आई मेडिकल टीम द्वारा पुलिस अधीक्षक सहित सभी पुलिसवालों ने सीपीआर देना सीखा एवं जिले के समस्त अधिकारी कर्मचारियों को भी सीपीआर देने की ट्रेनिंग दिलाई।
भिंड. आपात स्थिति में लोगों की जान बचाने के लिए पुुलिस स्तर से किए जा सकने वाले उपायों पर पुलिस लाइन में प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान के मार्गदर्शन में यह प्रशिक्षण पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर आयोजित किया गया। जिला चिकित्सालय की टीम ने सीपीआर (कॉडियो पल्मोनरी रेस्पिेरेशन) पर विस्तार से प्रशिक्षित किया। इसमें एनसीसी के एक कैडेट के साथ ही एक डमी के साथ व्यावहारिक तरीके से क्रियाएं कर जानकारी दी गई।