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इस तरह करें बच्चों की सर्दी, खांस और ज्वर का उपचार
-स्पंज-स्नान
आजकल बच्चों को सीजन में हुए बदलाव के कारण काफी तेज बुखार आ रहा है। इसका असर कम करने के लिए आप घर में बच्चे को दिन में दो से तीन बार ठंडे पानी का स्पंज करें। स्पंज को कमरे के तापमान के बराबर तापमान वाले पानी में भिगो लें, इसे अच्छे से निचोड़कर बच्चे के हाथ-पैर, आंखें और कमर के निचले हिस्से को पोंछे। इसके साथ ही आप बच्चे के माथे पर गीली पट्टियां भी रख सकते हैं । गीली पट्टियों को कुछ-एक मिनटों के अंतराल से बदलते रहें ।
नोट: ज्यादा ठंडे पानी का इस्तेमाल ना करें। क्योंकि, ये शरीर के आंतरिक तापमान को बढ़ा सकता है।
-नींबू
एक छोटे बर्तन में चार पांच नींबू का रस निकाल लें। उनके छिलके और एक चम्मच अदरक की फांके लें । इसमें पानी डालें ताकि सारे के सारे अवयव इसमें डूब जाएं। इसे मंदी आंच में 10 मिनट के लिए ढंककर रख दें। इस प्रकार तैयार पानी को अलग कर लें। अब इस तरल पेय में स्वाद के लिए शहद मिलाएं। अपने बच्चे को ये नींबू पानी दिन में चार से छह बार पिलाएं।
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-शहद
एक-वर्ष या फिर उससे कम आयु के बच्चों के लिए, जोकि सर्दी-खांसी से पीड़ित हों, शहद उनके लिए सबसे बेहतर उपचार है। दो चम्मच शहद में एक चम्मच नींबू का रस मिला लें। इस मिश्रण को पीड़ित बच्चे को एक घंटों के भीतर पिलाएं। एक गिलास गर्म-दूध में शहद मिलाकर पीने से सूखी खांसी और सीने के दर्द में राहत मिलती है ।
-अदरक
6 कप पानी में आधा कप बारीक कटा हुआ अदरक और दालचीनी के दो छोटे टुकड़े 20 मिनट तक धीमी आंच पर पकाएं। फिर इसे छानकर चीनी या शहद मिलाकर दिन में जितना हो सके बच्चे को पिलाएं।
-सेब का सिरका
एक हिस्सा कच्चा, बिना छाना हुआ सेब का सिरका और दो हिस्से ठंडा पानी मिलाकर उसमें दो पट्टियां भिगोएं। इन्हें निचौड़कर इनमें से एक को माथे पर और एक को पेट पर रख दें। दस-दस मिनट से पट्टियां बदलते रहें। इस प्रक्रिया को बुखार कम होने तक दोहराते रहें।