इधर, अस्पतालों ने भी ऑक्सीजन प्लांट से लेकर वेंटीलेटर और अन्य आपातकालीन सेवाओं की जांच शुरू कर दी है। केंद्र सरकार ने भी 11 अप्रेल को पेन इंडिया मॉक ड्रिल का आयोजन किया है। इसमें अस्पतालों में बिस्तर क्षमता, आइसीयू और वेंटिलेटर सहित बेड की उपलब्धता सुनिश्चित होगी।
इन जिलों में भी बढ़े मरीज
भोपाल और इंदौर के अलावा नरसीपुर होशंगाबाद खंडवा में कोरोना के मरीज बढ़े हैं. जबकि प्रदेश के अन्य जिलों में कोरोना के केस में कोई बदलाव नहीं देखा गया है लेकिन प्रदेश की राजधानी में हुए बदलाव की वजह से लोग चिंतित हैं.
स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर
प्रदेश में लगातार बढ़ते हुए मरीजों की वजह से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। विभाग ने सभी अस्पतालों को लेकर निर्देश दिया है कि कोरोना से संबंधित किसी भी तरह की कोई लापरवाही न बरती जाए। सभी अस्पतालों में आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन सेनेटाइजर सहित सभी जरूरी चीजें उपलब्ध रहें।
नए मामले 5 हजार से ज्यादा
वहीं बात पूरे देश की करें तो साढे 6 महीने बाद कोरोना के नए मामले 5 हजार से ज्यादा आए हैं। बुधवार को 5,335 नए मामले मिले, जबकि 13 लोगों की मौत हुई। इससे पहले 22 सितंबर को 5,383 मामले सामने आए थे। बुधवार को 2,826 लोग इस बीमारी से ठीक हुए। फिलहाल देश मे 25,587 एक्टिव केस हैं। ये 9 अक्टूबर के बाद सबसे ज्यादा हैं। तब 25,488 लोगों का इलाज चल रहा था।
कोरोना के डेली केस में इजाफा तेज हो गया है। फिलहाल पॉजिटिविटी रेट 3.32% है। मार्च के 31 दिनों में कोरोना के 31,902 केस सामने आए थे। इसके मुकाबले अप्रैल के 5 दिनों में ही 20,273 नए केस मिल चुके हैं। ये मार्च के कुल नए केस का 63.5% है।