मध्य प्रदेश में अब तक 7,89,936 लोग कोनोना से संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 7,80,445 ठीक हो गए जबकि 9001 लोगों की मौत हुई है। प्रदेश में अभी 490 एक्टिव केस ही हैं लेकिन संक्रमण खत्म नहीं हुआ है। सुरक्षा उपायों में लापरवाही के कारण मामले दोबारा तेजी से बढ़ रहे हैं।
पिता—बहन की मौत के बाद भी जिंदगी की जंग लड़ती रही तीन साल की मासूम प्रदेश में 27 जून से 3 जुलाई के बीच नए संक्रमितों के 265 मामले सामने आए हैं। कोरोना के इन नए मरीजों भोपाल में 61, इंदौर में 53, बैतूल में 25, जबलपुर में 23 और राजगढ़ में 16 मरीज शामिल हैं। इसके अलावा रतलाम में 10, नीमच में 7 ग्वालियर और निवाड़ी में 6-6, विदिशा, रायसेन, मुरैना में 5-5 केस मिले हैं।
प्रोफेसर के प्यार में पागल हुआ प्यून, करतूतों ने पहुंचाया जेल स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार अनलॉक के बाद लोग लापरवाह हो गए हैं। बाजारों, सार्वजनिक जगहों पर बिना मास्क के घूम रहे हैं, सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। लोगों की यह लापरवाही संक्रमण बढ़ा रही है। इससे प्रदेश सरकार की भी चिंता बढ़ गई है।
प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी लोगों को सुरक्षा उपायों के प्रति लापरवाही पर चेता रहे हैं। स्वयं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर चिंता जताई है। महाराष्ट्र की सीमा से लगे बैतूल सहित अन्य जिलों में निगरानी बढ़ाई जा रही है।
राहत की बात यह है कि बढ़ते संक्रमण के बावजूद पिछले 7 दिन में प्रदेश के 21 जिलों में एक भी केस नहीं आया है। शिवपुरी, शहडोल, कटनी, अनुपपूर, सीधी, मंदसौर, देवास, छतरपुर, पन्ना, टीकमगढ़, सिवनी, शाजापुर, मण्डला, खंडवा, श्योपुर, अशोकनगर, आलीराजपुर, आगर-मालवा, बुरहानपुर, उज्जैन और सागर जिले इनमें शामिल हैं।