गौरतलब है कि 2021 में भूमि पूजन के साथ शुरू हुआ ऐशबाग फ्लाईओवर ब्रिज निर्माण की धीमी रफ्तार से 18 माह में इसके बनने के समय को 36 माह हो रहे हैं। पड़ताल में सामने आया कि अब बिजली लाइन ब्रिज के नीचे से शिफ्टिंग वाधा खड़ी थी, जो हट चुकी है। 80 फीसदी से अधिक ओवर ब्रिज भी बन चुका हैं। उसे देखकर नहीं लग रहा है कि बारिश के दौरान सिविल वर्क, लाइन की शिफ्टिंग आसानी से हो पाएगी।
छह साल से परेशान 20 हजार की आबादी
जिस तरह से निर्माण कार्य चल रहा है उससे लगता है कि तीन साल में भी पूरा नहीं होगा। लोगों का कहना है कि शहर के अंदर होने के बाद भी करीब छह साल पहले बरखेड़ी फाटक के बंद होने से ऐशबाग का यह क्षेत्र पूरी तरह पिछड़ गया है।फुट ओवर ब्रिज कुछ दिन पहले ही शुरू हुआ
आरओबी ब्रिज में एक ओर पीडब्ल्यूडी तो दूसरी ओर रेलवे अपने ट्रेक पर ब्रिज बना रहा है। इसी तरह फुटओवर ब्रिज का काम रेलवे से कुछ दिन पहले ही शुरू किया है। जिस रफ्तार से काम चल रहा है,लोगों को उम्मीद है कि दीपावनी तक इसकी सौगात लोगों को मिल सकती है।इस क्षेत्र के लोगों को मिलेगा लाभ
फाटक के बंद होने से ऐशबाग स्टेडियम से लगा क्षेत्र, जनता कॉलोनी, हाउंसिंग बोर्ड कॉलोनी, उमरावदूल्हा बाग, चाणक पुरी कॉलोनी, अमन कॉलोनी, नवीन नगर, अमन कॉलोनी, महामाई का बाग आदि सबसे अधिक प्रभावित हुए है। इन दोनों ब्रिज के काम में तेजी आने से लोगों में राहत नजर आ रही है। इसके शुरु होते ही क्षेत्र में अन्य विकास भी ट्रेक पर आ जाएंगे, जो छह सालों से पिछड़ गए हैं। इनका कहना -फुट ओवर ब्रिज का काम कुछ दिन पहले ही शुरू हुआ है। इससे लोगों का ट्रेक पार करना रुक जाएगा। इसके साथ ही ओवर ब्रिज के शुरू होने से क्षेत्र का विकास पहले से भी बेहतर हो जाएगा। बारिश के बाद आई काम में तेजी से लोगों में खुशी है।
सुरेश साहू, समाजसेवीं -फाटक के बंद होने से इस क्षेत्र की प्रापर्टी की कीमते जमीन पर आ गई थी,लेकिन एक साथ दो सौगात मिलेगी तो व्यापार के साथ प्रापर्टी के रेट भी बढ़ जाएंगे। अभी घर पहुंचने के लिए अस्सी फीट रोड से घूमकर जाना पड़ रहा है।
अजय मालवीय, रहवासी -ऐशबाग ब्रिज निर्माण कार्य निरंतर चल रहा है, तकनीकी कारणों से कई जगह काम रोकना पढ़ा था, अब किसी तरह की दिक्कत नहीं है। रेलवे ने भी काम शुरू कर दिया है। फुटओवर ब्रिज भी तेजी से बन रहा है।
शकील जावेद, ईई,पीडब्ल्यूडी, ब्रिज शाखा