इन धरना प्रदर्शनों में जिला, ब्लाक के सभी पदाधिकारी, प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधि, प्रदेश कांग्रेस पदाधिकारी, विधायक, पूर्व विधायक, विधान सभा प्रत्याशी, मोर्चा संगठनों, विभागों के अध्यक्ष और पदाधिकारी शामिल होंगे। इस दौरान प्रदेश प्रवक्ता और वरिष्ठ नेता अलग-अलग जगहों पर जाकर पत्रकार वार्ता करेंगे। इन प्रदर्शनों की सारी जानकारी प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने फोटो सहित देने के निर्देश जारी किए हैं।
इन स्थानों पर होगा धरना-प्रदर्शन :
धरना प्रदर्शन की शुरूआत 5 नवंबर को दतिया, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर से होगी। 6 नवंबर को दमोह, पन्ना, छतरपुर, निवाडी, 7 नवंबर को शहडोल, अनूपपुर, उमरिया, सिंगरौली, 8 नवम्बर को डिंडौरी, बालाघाट, सिवनी, कटनी, 9 नवंबर को बैतूल, हरदा, विदिशा, रायसेन, 10 नवंबर को रतलाम, आगर मालवा, नीमच, देवास, 11 नवंबर को बुरहानपुर, बड़वानी, धार, अलीराजपुर, 12 नवंबर को श्योपुर, मुरैना, भिण्ड, ग्वालियर, 13 नवंबर को सागर, टीकमगढ़, सतना, सीधी, रीवा, 14 नवम्बर को जबलपुर, मण्डला, बालाघाट, छिंदवाड़ा, भोपाल, राजगढ़, सीहोर, होशंगाबाद और 15 नवंबर को उज्जैन, शाजापुर, मंदसौर, इंदौर, खरगोन, खंडवा और झाबुआ जिले में जिलेवार धरना प्रदर्शन होंगे।
भाजपा की झूठ और कलाकारी की राजनीति ज्यादा दिन नहीं चलेगी : कमलनाथ
भाजपा की किसान आक्रोश रैली पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने निशाना साधा है। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि भाजपा के प्रदर्शन से प्रदेश के कम से कम दो से ढाई करोड़ लोगों को यह विश्वास हो गया होगा कि भाजपा के नेता कितना झूठ बोलते हैं। वह इसलिए क्योंकि जिन 21 लाख किसानों का कर्जा माफ हुआ है, वो और उनके परिवार वाले को मिलाकर लगभग एक करोड़ का आँकड़ा होता हैं। एक करोड़ लोगों के एक-दो करीबी परिचित मान लें तो प्रदेश के तकरीबन ढाई करोड़ लोगों को यह भली-भाँति जानकारी है कि किसानों का कर्ज कांग्रेस सरकार ने माफ कर दिया है। कमलनाथ ने कहा कि भाजपा के नेताओं को यह सोचना चाहिए कि वह ढाई करोड़ लोग आज उनके परोसे झूठ के बारे में क्या सोचते होंगे। हम इसीलिए कहते हैं कि झूठ और कलाकारी की राजनीति ज्यादा दिन नहीं चलती है।