शिवराज के मंत्री का बड़ा दावा
शिवराज सरकार के कद्दावर मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने एक बार फिर मध्यप्रदेश कांग्रेस के उस जख्म को कुरैद दिया है जो अभी तक पूरी तरह से भरा ही नहीं था। जख्म भी ऐसा था कि प्रदेश में 15 साल बाद कांग्रेस को मिली सत्ता महज 15 महीनों में ही चली गई थी। वजह थी ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ उनके समर्थक विधायकों का ‘हाथ’ का साथ छोड़कर ‘कमल’ थाम लेना। अब भूपेन्द्र सिंह ने फिर से इस बात का दावा किया है कि कांग्रेस में फिर से फूट हो सकती है और अभी भी कांग्रेस के कई विधायक और नेता भाजपा की चौखट पर खड़े हुए हैं। भूपेन्द्र सिंह ने मीडिया से कहा कि कांग्रेस में अब कोई भी नेता नहीं रहना चाहता, कांग्रेस के विधायकों और नेताओं का कमलनाथ से भरोसा उठ चुका है और वो बीजेपी में आना चाहते हैं। जिस दिन भाजपा चाहेगी उसी दिन कांग्रेस और कमलनाथ को बड़ा झटका दे देगी।
शराबबंदी पर उमा भारती के बदले-बदले बोल, हो गया समझौता !
बढ़ सकती है कांग्रेस की चिंता !
जाहिर है सत्ता के माहिर खिलाड़ी और मध्यप्रदेश के कद्दावर नेता नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेन्द्र सिंह के इस बयान के बाद कांग्रेस की चिंता बढ़ सकती है। पहले से ही विधायकों की बगावत का दर्द झेल रही कांग्रेस अभी से ही साल 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई है। पार्टी के भीतर ही अलग अलग गुटों के नेताओं की नाराजगी दूर करने में जुटे कमलनाथ ने बीते दिनों पार्टी के सभी दिग्गज नेताओं के साथ बैठक व डिनर किया था जिसमें सभी से एक साथ होकर विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटने का कहा गया है। इसमें दिग्विजय सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी समेत पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया शामिल थे।