भोपाल। मध्यप्रदेश की राजनीति में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस के दिग्गज नेता मुकेश नायक ने राजनीतिक छोड़ने के संकेत दिए हैं। दो दिन पहले ही छोटे भाई सतीश नायक ने भी कांग्रेस छोड़ भाजपा (bjp) की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। वे जनपद अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
दमोह चुनाव से पहले मध्यप्रदेश में एक बार फिर राजनीति (politics) गर्मा गई है। बुंदेलखंड (bundelkhand) में अच्छी-खासी दखल रखने वाले 63 वर्षीय मुकेश नायक (mukesh nayak) बुधवार को भोपाल में थे। उन्होंने मीडिया से चर्चा के दौरान कांग्रेस (congress) छोड़ने की अटकलों पर कहा कि वे कांग्रेस पार्टी नहीं, राजनीति छोड़ने पर विचार कर रहे हैं।
नायक ने कहा कि पॉलीटिक्स ने मुझे बहुत कुछ दिया है और यह अनुभव बहुत मूल्यवान है। उन्होंने कहा कि पहले से ही ईश्वर की सेवा में लगा हुआ हूं और आगे भी इसी मार्ग पर चलते रहेंगे। प्रभु श्रीराम की कथा करूंगा। सनातन धर्म और संस्कृति का प्रसार करेंगे।
मध्यप्रदेश की दिग्विजय सरकार में उच्च शिक्षा एवं खेल एवं युवक कल्याण मंत्री समेत अनेक पदों पर रहे मुकेश नायक के बयान के बाद कई मायने निकाले जाने लगे। खासकर दो दिन पहले ही मुकेश नायक के छोटे भाई सतीश नायक ने भाजपा ज्वाइन की है। वहीं दो सप्ताह बाद दमोह में उपचुनाव होने जा रहे हैं, ऐसे में इस बयान को लेकर अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। बुंदेलखंड के दिग्गज नेता के बयान को लेकर कुछ लोगों का कहना है कि पार्टी के भीतर मुकेश नायक के साथ मनमुटाव और नाराजगी जताने की खबरें आ रही थीं। हाल ही में कांग्रेस ने उन्हें दमोह उपचुनाव का स्टार प्रचारक भी बनाया है।
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