सलूजा ने उमा (Uma) के पत्थर मारने का वीडियो शेयर करते हुए लिखा है कि एमपी में शराबबंदी अभियान शुरू करने की तीन-तीन बार तारीख देकर गायब रही प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती अब शराब की दुकान में ख़ुद पत्थर बरसा रही हैं। अब क्या उमा भारती पत्थर उठाकर शराबबंदी करवाएंगीं। उन्होंने तंज कसा कि एक पूर्व सीएम को अपनी सरकार में यह सब करना पड़े तो समझा जा सकता है..। वो कितनी असहाय हो चुकी हैं। एक तरफ सीएम शिवराज (Shivraj) प्रदेश में शराब को सस्ती और शराब की दुकानों को डबल कर रहे है और दूसरी तरफ उन्हीं की पार्टी की नेता मैदान में हाथो में पत्थर लेकर उतरी हैं। वहीं केके मिश्रा ने ट्वीट कर उमा को सुझाव दिया कि हमला शराब बेचने वालों पर नहीं, बिकवाने पर कीजिए।
यह है मामला
शराबबंदी अभियान (liquor ban campaign) का एलान कर चुकी उमाभारती रविवार को राजधानी भोपाल के भेल स्थित आजाद नगर की शराब की दुकान पर पहुंची। यहां पहुंचकर उमा ने शराब की दुकान में पत्थर मारा। उमा के साथ समर्थक भी थे। असल में क्षेत्रीय रहवासियों ने उमा को शिकायत को शिकायत की थी कि शराब दुकान होने से लोगों का जीना दूभर हो गया है। पास में मजदूरों की बस्ती और स्कूल व मंदिर है। यहां लड़कियां व महिलाएं छतों पर खड़ी रहती है, तो शराबी लघुशंका करते हैं। मजदूरों की पूरी कमाई शराब की दुकानों में फूंक जाती है। यह दुकान सरकारी नीति के खिलाफ है।
शराबबंदी अभियान (liquor ban campaign) का एलान कर चुकी उमाभारती रविवार को राजधानी भोपाल के भेल स्थित आजाद नगर की शराब की दुकान पर पहुंची। यहां पहुंचकर उमा ने शराब की दुकान में पत्थर मारा। उमा के साथ समर्थक भी थे। असल में क्षेत्रीय रहवासियों ने उमा को शिकायत को शिकायत की थी कि शराब दुकान होने से लोगों का जीना दूभर हो गया है। पास में मजदूरों की बस्ती और स्कूल व मंदिर है। यहां लड़कियां व महिलाएं छतों पर खड़ी रहती है, तो शराबी लघुशंका करते हैं। मजदूरों की पूरी कमाई शराब की दुकानों में फूंक जाती है। यह दुकान सरकारी नीति के खिलाफ है।