2015 के बाद फिर शुरु हुआ कलियासोत का सीमांकन
भोपाल में कलियासोत के 36 किमी एरिया का सीमांकन मंगलवार से चार टीमों ने शुरु किया। वर्ष 2015-16 में सीमांकन हुआ था, वो भी आधा अधूरा, कुछ जगह मुनारें भी लगाईं थीं जो बाद में खुर्द बुर्द हो गईं। टीमों को 33 मीटर दायरे में सीमांकन करना है।
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एनजीटी के आदेश के बाद ड्रोन सर्वे किया था। कोर्ट में सीमांकन की रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी। नगर निगम और जिला प्रशासन की टीमों ने मंगलवार से नदी का चप्पा-चप्पा नापना शुरु कर दिया।
भोपाल के एडीएम प्रकाश सिंह चौहान बताते हैं कि पूर्व में ड्रोन सर्वे किया गया था, अब सीमांकन हो रहा है। इसके लिए चार टीमें बनाई गईं हैं। मंगलवार से ही सीमांकन शुरू कर दिया गया है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। बैठक कर टीमों का गठन किया है।
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समय सीमा खत्म होने में 12 दिन शेष:
कलियासोत नदी को लेकर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने 11 अगस्त 2023 को नदी के सीमांकन और अतिक्रमण चिह्नित कर 2 महीने और इन्हें हटाने का आदेश दिया था। इसकी समय सीमा 31 दिसंबर को समाप्त हो जाएगी। इसके बाद कोर्ट में रिपोर्ट पेश करनी है।
33 मीटर दायरे में लगभग दो हजार निर्माण
गौरतलब है कि पीएस ने अपने शपथपत्र में कहा था कि वे कलियासोत नदी के 33 मीटर दायरे के सभी अतिक्रमण और अवैध निर्माण को दो माह में सीमांकन कराकर चिह्नित कराएंगे और दिसंबर अंत तक इन्हें तोड़ने की कार्रवाई की जाएगी। एक अनुमान के अनुसार 33 मीटर दायरे में लगभग दो हजार निर्माण आएंगे। इनमें कुछ कॉलोनियों के मकान भी शामिल हैं।
कोलार की तीन, टीटी नगर की एक टीम
टीम वन: दामखेड़ा पुल से सनखेड़ी, बंबाजरी और सलैया तक
टीम टू: बावड़िया वन
टीम थ्री: बावड़िया 2 एवं कोलार क्षेत्र
टीम फोर: चंदनपुरा से दामखेड़ा पुल तक टीटी नगर क्षेत्र