ऐसे में, मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री के बीच मध्यप्रदेश में रोजा अफ्तार और हनुमान जन्मोत्सव को लेकर आपसी जुबानी जंग छिड़ गई है। दरअसल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में रोजा अफ्तार के दौरान एक बयान दिया था, जिसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान की ओर से इस बयान पर पलटवार किया गया है।
दरअसल सीएम शिवराज की ओर से कमलनाथ के बयान पर सवाल उठाते हुए पूछा गया कि कमलनाथ बताए आज मप्र में कहा दंगे हो रहे हैं? वहीं इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि हनुमान जयंती के कार्यक्रम में जाते हैं और रोजा अफ्तार में करते समय दंगे- फसाद की बात की करते हैं। मैं कमलनाथ के बयान की निंदा करता हूं।
इसक अलावा सीएम शिवराज ने चुनाव को लेकर भी कांग्रेस पर वार किया। यहां उन्होंने यानि सीएम शिवराज ने कहा कि कांग्रेस डर दिखा कर वोट पाना चाहती है। उन्होंने सवाल उठाते हुए पूछा कि क्या ये डर दिखाकर वोट पाना चाहते हैं? ये कमलनाथ की कुटिल राजनीति। ये कमलनाथ की बदनीयत है।
ज्ञात हो कि अभी कुछ दिन पहले भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ पर तीखा हमला बोलते हुए कहा था कि कमलनाथ भाजपा सरकार के विकास कार्य का श्रेय ले रहे हैं, जबकि उन्होंने 15 महीने की सरकार के समय किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज का कर्जा बंद कर दिया। भारिया महिलाओं के एक हजार रुपए मासिक, बेटियों की शादी के 51 हजार रुपए, बेरोजगारी भत्ता और महिलाओं की डिलेवरी के लड्डू तक खा गए।
शिवराज ने कहा कि कमलनाथ छिंदवाड़ा आपकी जागीर है क्या। जैसे विकास की डींग हांकते हैं, उससे उन्हें कपटनाथ, झूठनाथ और ढपोल शंख कहना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अमित शाह के छिंदवाड़ा की जमीन पर कदम रखते ही कांग्रेस वाले घबरा गए हैं। 5600 करोड़ रुपए की सिंचाई काम्ॅप्लैक्स को रोकने का आरोप लगाया, जबकि कमलनाथ ने बिना डिजाइन अनुमोदन के 2150 करोड़ रुपए का भुगतान किया।
इसकी जांच चल रही है। इसी तरह सिम्स निर्माण के लिए 1500 करोड़ स्वीकृत किए। ये भी भ्रष्टाचार के लिए किए थे। अब उनकी सरकार 800 करोड़ में शानदार मेडिकल कॉलेज बनाकर देगी।