मुख्यमंत्री शनिवार शाम को काबुली चना संगठन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। यहां उन्होंने बताया कि इंदौर का काबुली चना भी प्रसिद्ध है। यहां से दुनिया के पांच दर्जन देशों में यह चना जाता है। सीएम मोहन यादव ने काबुली चने के निर्यात और बढ़ावा देने का भी आश्वासन दिया।
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काबुली चना व्यापारी संघ ने बताया कि मध्यप्रदेश, देश का प्रमुख काबुली चना उत्पादक राज्य है। संघ ने काबुली चना के निर्यात को बढ़ावा देने और प्रदेश में वसूले जा रहे 1.2 प्रतिशत मंडी टैक्स को कम करने की मांग की।
सीएम मोहन यादव ने कहा कि एसोसिएशन ने काबुली चने पर स्टॉक लिमिट का मुद्दा उठाया था जिसे तुरंत सुलझा दिया गया। उन्होंने किसानों को आय में बढ़ोत्तरी करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि राज्य सरकार इसके लिए फूड प्रोसेसिंग यूनिट को बढ़ावा दे रही है। सीएम मोहन यादव ने काबुली चने की बेहतर कीमत दिलाने का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में खास घोषणा की। उन्होंने बताया कि इंदौर, उज्जैन, देवास और धार जिलोें के अलग अलग हिस्सों को मिलाकर राज्य सरकार एक नया महानगर बनाने की योजना बना रही है। उन्होंने कहा कि इंदौर और उज्जैन महज 32 किमी दूर हैं, वस्तुत: ये दोनों शहर अब एक हो चुके हैं। वाणिज्यिक और व्यापारिक दृष्टि से और मजबूत करने के लिए दोनों शहरों को मिलाया जाएगा।
सीएम मोहन यादव ने बाद में ट्वीट करते हुए बताया कि राज्य सरकार केवल एक महानगर नहीं, बल्कि और भी मेट्रोपॉलिटन शहर विकसित करेगी। सीएम के अनुसार इंदौर और उज्जैन ही नहीं, प्रदेश के अन्य बड़े शहरों भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर को भी महानगर के रूप में विकसित किया जाएगा।
सीएम मोहन यादव का ट्वीट
मध्यप्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने और वाणिज्यिक और व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इंदौर, उज्जैन, देवास और धार ज़िले के कुछ हिस्सों को मिलाकर एक मेट्रोपॉलिटन सिटी को विकसित किया जाएगा। इसी आधार पर भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर जैसे महानगरों को भी विकसित किया जाएगा।