मंगलवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने एमपी के तीन नए मेडिकल कॉलेजों का वर्चुअल लोकार्पण किया जिसमें सीएम मोहन नीमच में सम्मिलित हुए। इसी कार्यक्रम में मोहन यादव ने यह घोषणा की है। मंदसौर, नीमच और सिवनी के ये सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय ₹961 करोड़ की लागत से बनाए गए हैं।
1700 डॉक्टरों को लाभ
यह सौगात आयुष कॉलेजों के शिक्षक और डाक्टरों को दी है। सीएम मोहन यादव (cm mohan yadav) ने कहा है कि आयुष (आय.ुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी) कालेज व अस्पतालों के डाक्टरों में कोई भेद नहीं किया जाएगा। इनकी सेवानिवृत्ति 62 से बढ़ाकर 65 साल की जाएगी। सीएम की इस घोषणा से 1700 डाक्टरों को लाभ मिलेगा। बता दें कि आयुष को छोड़कर प्रदेश के अन्य सभी डॉक्टर्स को 65 साल में ही रिटायर करने का प्रावधान था। आयुष डॉक्टर्स को 62 साल में सेवानिवृत्त किया जा रहा था जिसका विरोध किया जा रहा था। अब सरकार ने आयुष डॉक्टर्स की सेवानिवृत्ति की उम्र बढ़ा दी है। यह भी पढ़ें : लगातार 4 दिनों की छुट्टी घोषित, बंद रहेंगे ऑफिस, सरकार ने जारी किए आदेश यह भी पढ़ें : एमपी बीजेपी के वरिष्ठ नेता का नौकर से कुकर्म केस में बड़ा अपडेट, सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया फैसला
यह भी पढ़ें : Ladli Behna Yojana – लाड़ली बहनों को 1250 रुपए के साथ 5 हजार की प्रोत्साहन राशि भी, सीएम मोहन यादव की बड़ी घोषणा नए कॉलेजों के लोकार्पण के साथ ही प्रदेश के कई नर्सिंग कॉलेजों के लिए भूमिपूजन भी किया गया। लोकार्पण और भूमिपूजन कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के अंतर्गत प्रदेश के 81 लाख से ज्यादा किसानों के खातों में ₹1624 करोड़ की राशि डाली गई।
सीएम मोहन यादव ने कार्यक्रम में आशा जताई कि नए मेडिकल कॉलेजों से प्रदेशवासियों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं सुलभ होंगी। उन्होंने कहा कि कॉलेजों में पढ़ाई करने आनेवाले युवाओं को स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित करने का भी अवसर मिलेगा। कार्यक्रम में सीएम मोहन यादव ने नीमच और मंदसौर में हॉर्टिकल्चर के लिए रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन करने की अहम घोषणा की। इस मौके पर उन्होंने 512 आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारियों को नियुक्ति पत्र देकर उन्हें शुभकामनाएं दीं।