वे यूके और जर्मनी से 78 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव लेकर लौटे हैं। यूके से 60 हजार करोड़ तो जर्मनी से 18 हजार करोड़ के प्रस्ताव हैं। सीएम ने बताया, जो उद्योगपति मैन पावर की कमी से जूझ रहे हैं, एमपी का न्योता उन्हें इस शर्त पर दिया है कि वे हमारे युवाओं को अपने औद्योगिक समूहों में अच्छे मानदेय पर नौकरी देंगे।
इसके बदले सरकार उन्हें सहयोग देगी। सीएम 24 नवंबर को विदेश गए थे। जहां डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा समेत मंत्रियों, सांसदों व विधायकों और अफसरों ने उनका स्वागत किया। सीएम ने कहा, कई औद्योगिक समूह व निवेशकों से बातचीत पूरी नहीं हुई। यह आगे जारी रहेगी। सरकार को उम्मीद है कि दोनों देशों से ये निवेश प्रस्ताव 1 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच जाएंगे। सरकार ने हर स्तर पर तैयारी की है। विदेशी निवेशकों के लिए सभी द्वार खुले रखे हैं।
लोक परिवहन सेवा में 100 करोड़
एमपी में बंद पड़ी सरकारी लोक परिवहन सेवाओं को फिर से शुरू करने के लिए 100 करोड़ निवेश का प्रस्ताव मिला है। ट्रैवल ट्रैक समूह फ्लिक्स बस ने यह प्रस्ताव दिया है। समूह प्रदेश में आधुनिक तकनीकी से लैस ई-बसें चलाने के लिए तैयार है। पत्रिका ने सड़क परिवहन निगम के बंद होने की खबर जनअभियान के तहत प्रकाशित किया। इसके बाद सरकार ने संज्ञान लिया। लोक परिवहन सेवा फिर बहाल करने की दिशा में आगे बढ़ी।यह यात्रा शुरुआत है
सीएम ने कहा, विदेशी निवेशक प्रदेश में बड़ी संभावनाएं देख रहे हैं। औद्योगपतियों व निवेशकों से चर्चा में यह सामने आया है। हमारे अफसरों ने विदेशी निवेशकों के सामने तथ्यात्मक रूप से स्थिति पेश की तो अटूट भरोसा दिखाया। सीएम ने कहा, यह आखिरी यात्रा नहीं है, शुरुआत है। आने वाले दिनों में अलग-अलग देशों में जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के काम की वजह से अच्छी छवि बनी है। जब अफसरों के साथ हम शोध संस्थानों में गए तो देखा, मप्र के धार्मिक, ऐतिहासिक, वैज्ञानिक क्षेत्रों में किए जाने वाले काम की चर्चा है। यह प्रदेश के लिए गर्व की बात है।
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