मुख्यमंत्री चौहान से उद्योग मंत्री दत्तीगांव की प्रदेश में निवेश वृद्धि के लिए प्रयास बढ़ाने के लिए क्लीयरेंस की प्रक्रिया तेज करने, 30 दिन में आवश्यक अनुमति प्रदान करने की लक्ष्य पूर्ति, नार्थ साउथ ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर के अलावा चंबल क्षेत्र में अटल प्रोग्रेस वे और नर्मदा एक्सप्रेस के विकास, नए उद्योगों की स्थापना के लिए अध्ययन कर उस दिशा में कार्रवाई, अन्य राज्यों के मॉडल को अपनाने के लिए अध्ययन यात्रा, ईज आफ डूइंग बिजनेस पर कार्य, निर्यात प्रोत्साहन, एयर कार्गो हब के रूप में मध्यप्रदेश को अग्रणी बनाने के लिए नीति के निर्माण और खाद्य प्रसंस्करण से जुड़े उद्योगों के विकास, ऐसे उत्पादों को वैश्विक बाजार उपलब्ध कराने के लिए प्रयास बढ़ाने के बारे में भी चर्चा हुई।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कोरोना काल में कुछ गतिविधियां नहीं हो सकी। अब अन्य राज्यों में जाकर वहां की बेस्ट प्रैक्टिसेज का अध्ययन कर प्रदेश में अपनाने के भी प्रयास हों। बैठक के बाद मंत्री दत्तीगांव ने बताया, मुख्यमंत्री के साथ उद्योगों को बढ़ावा देने पर चर्चा हुई। उन्होंने बताया, मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के तहत आगे कैसे बढ़ा जा सकता है। आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश बनाने के लिए प्लान को जल्द लागू किया जाए। उन्होंने कहा है, उद्योगों को 30 दिन में सभी तरह के क्लीयरेंस देने पर जोर दें। इसी तरह, ईस्ट-वेस्ट और साउथ-ईस्ट कॉरिडोर के आसपास उद्योगों की संभावनाएं तलाशने की कार्रवाई में तेजी लाने की बात मुख्यमंत्री ने कही है।