मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रविवार को उज्जैन पहुंचे और यहां सहकारी दुग्ध संघ के कर्मचारी संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए।
उन्होंने बताया कि दूध उत्पादन में वृद्धि के साथ ही इसकी खपत के लिए दुग्ध संघ की उत्पादन क्षमता भी बढ़ायी जाएगी।
उन्होंने बताया कि दूध उत्पादन में वृद्धि के साथ ही इसकी खपत के लिए दुग्ध संघ की उत्पादन क्षमता भी बढ़ायी जाएगी।
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सीएम मोहन यादव ने बताया कि उज्जैन दुग्ध संघ का उत्पादन 10 लाख टन तक पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।
इस मौके पर उन्होंने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि हर किसान परिवार को 50 हजार रुपए बोनस पहुंचे, हम यह सुनिश्चित करेंगे।
सीएम मोहन यादव ने बताया कि उज्जैन दुग्ध संघ का उत्पादन 10 लाख टन तक पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।
इस मौके पर उन्होंने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि हर किसान परिवार को 50 हजार रुपए बोनस पहुंचे, हम यह सुनिश्चित करेंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सरकार दुग्ध संघ के माध्यम से दूध उत्पादक किसानों को अधिकाधिक लाभ पहुंचाना चाहती है। उज्जैन सहकारी दुग्ध संघ की उत्पादन क्षमता में वृद्धि कर इसे 10 लाख टन तक बढ़ाया जाएगा। हमारी कोशिश है कि हर किसान परिवार के पास कम से कम 50 हजार रुपए बोनस राशि पहुंचे।
यह भी पढ़ें : सोयाबीन के भाव में 900 रुपए की बढ़ोत्तरी! 5789 रुपए वाले पत्र पर सरकार ने दी सफाई सीएम ने कहा कि कृषि आधारित मध्यप्रदेश में किसानों की आय में और अधिक वृद्धि के लिए सरकार कृत-संकल्पित है। प्रदेश की कृषि विकास दर को और आगे ले जाना है। इसमें पशुपालक दूध उत्पादक किसानों की भूमिका महत्वपूर्ण है। दूध उत्पादन में वृद्धि में सहकारिता की बड़ी भूमिका रहेगी। नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के माध्यम से दूध की खपत के लिए दुग्ध संघ की क्षमता में वृद्धि की जाएगी।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि उज्जैन दुग्ध संघ मेरा अपना परिवार है। उज्जैन दुग्ध संघ की क्षमता अभी ढाई लाख टन है पर इसमें वृद्धि कर 10 लाख टन तक करने का लक्ष्य तय किया है। दुग्ध संघ के प्रॉफिट को भी बढ़ाकर 100 करोड़ रुपए तक ले जाना है। यहां के कर्मचारियों के हितों का भी पूरा ध्यान रखेंगे।