बीते दिनों हुई थी तेज बारिश, गिरे थे ओले
शहर शनिवार को आंशिक बादल और धूप के बाद शाम को Weather मौसम का मिजाज अचानक बदल गया था। बादल छाए और तकरीबन १५ मिनट तेज हवा के साथ आंधी चली। बारिश के साथ ओले गिरे थे। हवा की रफ्तार 60 किमी प्रतिघंटा तक रही। रात में भी फुहारें पड़ती रहीं। लगा आषाढ़ का महीना आ गया। दिन में आधे घंटे में पूरा शहर अस्त-व्यस्त हो गया। बेमौसम बारिश से फसलों को भी नुकसान हुआ है। मंडियों में रबी की फसलों का कारोबार प्रभावित हो रहा। इससे गेहूं महंगा होने के आसार हैं।
तेज हवा से अस्त-व्यस्त हो गई राजधानी
बारिश होते ही तापमान में तेज गिरावट दर्ज की गई थी। शहर में दोपहर 2:30 बजे तापमान 34.6 डिग्री था, जबकि शाम 4 बजे मौसम के बदलते ही शहर के तापमान में तेजी से गिरावट आ गई। शाम 5:30 बजे तापमान 27.4 डिग्री पर पहुंच गया। इसके शहरवासियों को गर्मी से राहत मिली। इस समय बादल, बारिश फसलों के लिए नुकसानदेह है। इस समय गेंहू, चना, मसूर वगैरह की कटाई तो हो चुकी है, लेकिन कटने के बाद जो फसले खलियान में है, उसके उत्पादन पर तो फर्क नहीं पड़ेगा लेकिन क्वालिटी प्रभावित होगी। इसी प्रकार कई किसान गर्मियों के दिनों में धनिया, टमाटर सहित कई प्रकार की सब्जियां उगाते हैं, उस पर भी असर पड़ेगा। धनिया सहित पत्तियों वाली सब्जी खराब हो सकती है। मौसम विज्ञानी अशफाक हुसैन ने बताया कि इस समय इस समय पश्चिमी राजस्थान में एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है, साथ ही मध्यभारत से एक ट्रफ लाइन भी दक्षिणी हिस्से में पहुंच रही है। इसके कारण बड़ी मात्रा में नमी से लोकल स्तर पर बादल बे और बौछारों की स्थिति बनी।
शहर शनिवार को आंशिक बादल और धूप के बाद शाम को Weather मौसम का मिजाज अचानक बदल गया था। बादल छाए और तकरीबन १५ मिनट तेज हवा के साथ आंधी चली। बारिश के साथ ओले गिरे थे। हवा की रफ्तार 60 किमी प्रतिघंटा तक रही। रात में भी फुहारें पड़ती रहीं। लगा आषाढ़ का महीना आ गया। दिन में आधे घंटे में पूरा शहर अस्त-व्यस्त हो गया। बेमौसम बारिश से फसलों को भी नुकसान हुआ है। मंडियों में रबी की फसलों का कारोबार प्रभावित हो रहा। इससे गेहूं महंगा होने के आसार हैं।
तेज हवा से अस्त-व्यस्त हो गई राजधानी
बारिश होते ही तापमान में तेज गिरावट दर्ज की गई थी। शहर में दोपहर 2:30 बजे तापमान 34.6 डिग्री था, जबकि शाम 4 बजे मौसम के बदलते ही शहर के तापमान में तेजी से गिरावट आ गई। शाम 5:30 बजे तापमान 27.4 डिग्री पर पहुंच गया। इसके शहरवासियों को गर्मी से राहत मिली। इस समय बादल, बारिश फसलों के लिए नुकसानदेह है। इस समय गेंहू, चना, मसूर वगैरह की कटाई तो हो चुकी है, लेकिन कटने के बाद जो फसले खलियान में है, उसके उत्पादन पर तो फर्क नहीं पड़ेगा लेकिन क्वालिटी प्रभावित होगी। इसी प्रकार कई किसान गर्मियों के दिनों में धनिया, टमाटर सहित कई प्रकार की सब्जियां उगाते हैं, उस पर भी असर पड़ेगा। धनिया सहित पत्तियों वाली सब्जी खराब हो सकती है। मौसम विज्ञानी अशफाक हुसैन ने बताया कि इस समय इस समय पश्चिमी राजस्थान में एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है, साथ ही मध्यभारत से एक ट्रफ लाइन भी दक्षिणी हिस्से में पहुंच रही है। इसके कारण बड़ी मात्रा में नमी से लोकल स्तर पर बादल बे और बौछारों की स्थिति बनी।