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इस तरह बनाए जाएंगे माइक्रो कंटेंनमेंट जोन
बैठक में तय किया गया कि, अनलॉक से पहले उन इलाकों की स्पष्ट सूची बनाई जाए, जहां कोरोना पॉजिटिव और संक्रमितों की संख्या अधिक है। ऐसे इलाकों को अनलॉक के बाद भी लॉक ही रखा जाएगा। इसके लिए शहर को तीन जोन में बांटा जाएगा। जिस जोन में सबसे संक्रमित सबसे अधिक होंगे उन्हें रेड जोन में रखा जाएगा। इसके बाद ऑरेंज और ग्रीन जोन होगा। इसी के अनुसार माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए जाएंगे।
3 जोन में बटेगा शहर, ग्रामीण क्षेत्रों में चलेगा किल कोरोना-4 अभियान
बैठक के दौरान मंत्री सारंग ने अधिकारियों से कहा कि, अनलॉक के पहले चरण में क्या-क्या खोला जाएगा और बाहर आने के बाद लोगों को क्या-क्या एहतियात रखना होगा। जून में भोपाल को कोरोना कर्फ्यू से मुक्त करना है। कोरोना केस को देखते हुए सबसे ज्यादा केस वाले इलाकों को रेड जोन में रखा जाएगा। इसके बाद ऑरेंज और ग्रीन में रखा जाएगा। इसके साथ ही, शहर से सटे जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में किल कोरोना-4 अभियान की शुरूआत की जा रही है, ताकि संक्रमण को लेकर लोगगों में जागरूकता बढ़े और तीसरी लहर के लिये ग्रामीण स्वयं ही जागरूक रहें।
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एक सप्ताह में संक्रमण पर करना है नियंत्रण
मंत्री सारंग ने अधिकारियों से कहा कि, इस एक हफ्ते के भीतर ही कोरोना को नियंत्रित करने के प्रयास किए जाएंगे। ग्रामीण क्षेत्र में फिर मॉनिटरिंग में संकट प्रबंधन समिति के साथ स्व सहायता समूह को भी जोड़ा गया है, जो रोजाना नियंत्रण की दिशा में कार्य करेंगे।
बैठक में ये अधिकारी रहे मौजूद
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग की अध्यक्षता में शनिवार देर रात हुई बैठक में मध्य प्रदेश प्रमुख सचिव खाद फैज अहमद किदवई, कलेक्टर अविनाश लवानिया, नगर निगम आयुक्त केवीएस चौधरी स्मार्ट सिटी मुख्य कार्यपालन अधिकारी आदित्य सिंह और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विकास मिश्रा मौजूद थे।
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