ठंडा पानी पीने के नुकसान
1-बिगड़ती है पाचन क्रिया
ठंडा पानी पीने वाले व्यक्ति को पेट की समस्याएं होने का खतरा काफी ज्यादा रहता है। ठंडा पानी पीने के आदी लोगों की एक समय बाद पाचन क्रिया बिग़ जाती है। इसकी हमेशा की आदत से शरीर की नसें सिकुड़ने लगती हैं, जिससे ब्लड प्रेशर से लेकर हार्ट संबंधित समस्याएं होने का खतरा बढ़ जाता है। अगर आप भी पेट से जुड़ी किसी समस्या से परेशान हैं, तो गौर करें कि, आपको रोजाना कैसा पानी पीने की आदत है। अगर आप भी ठंडा पानी पीने के आदी हैं तो इस नियम को आज ही बदलकर सादा पानी पीना शुरु कर दें।
2-दिल को पहुंचाता है नुकसान
ठंडा पानी पीने से भले ही हमारे मन को शांति मिल जाती है, लेकिन ये हमारे दिल की अशांति बढ़ाने का बड़ा कारण बन सकता है। रोजाना ठंडे पानी का सेवन दिल की गति को कम कर देता है। ठंडा पानी वेगस तंत्रिका को प्रभावित करता है, जिससे धीरे धीरे दिल की गति कम होने लगती है, शुरुआत में हमें इसका पता तक नहीं चलता, लेकिन कुछ समय बाद ये समस्या एक गंभीर रूप ले लेती है।
3-कब्ज की परेशानी
ठंडा पानी पीने वाले लोगों को अक्सर कब्ज की शिकायत रहती है। हम सभी ये बात मानते हैं कि, ज्यादा ठंड से चीजें जम जाती हैं, ठीक वैसे ही आम तौर पर हमारे शरीर का तापमान सामान्य रूप से 35 से 40 डिग्री सेलसियस रेहता है, लेकिन ठंडा पानी शरीर में पहुंचने पर इसके तापमान में गिरावट आ जाती है। ऐसे में हमारा शरीर अनावश्यक शक्ति लगाकर ठंड वाले स्थान पर गर्मी पहुंचाता है। आमतौर पर ठंजा पानी पीने वाले लोगों के पेट का तापमान सामान्य से कम हो जाता है, जिसके चलते खाना पचाने के लिए पर्याप्त गर्मी हमारा शरीर नहीं बना पाता। ऐसे में वो खाना बिना पोषक तत्व निकले हमारे पेट में सड़ने लगता है। यही कारण है कि, ठंडा पानी पीने वाले अकसर लोगों को कब्ज की शिकायत रहती है, जो एक समय बाद बवासीर जैसी गंभीर बीमारी को उत्पन्न कर सकती है।
4-गले की खराबी
ये बात तो हम सभी जानते हैं कि ज्यादा ठंडा पानी पीने से गला ख़राब होता है। अगर आप ये सोचते हैं कि ये सिर्फ बड़ों की बातें हैं, तो ये आपकी गलतफहमी हैं। ठंडा पानी पीने से सांस की नली में म्युकोसा नामक सुरक्षात्मक परत संतुलित हो जाती है, जिससे गला ख़राब होता है।