प्रमुख सचिव राजन ने कहा कि आंगनवाड़ी केंद्रों में 3 से 6 वर्ष आयु तक के बच्चों को खेल-खेल में शाला पूर्व शिक्षा दी जाती है। इसी क्रम में महिला-बाल विकास विभाग द्वारा 313 विकासखंडों में बाल शिक्षा केंद्र प्ले स्कूल की शुरुआत की गई है। राजन ने कहा कि शाला पूर्व शिक्षा को रोचक एवं रुचि पूर्ण बनाने तथा सामुदायिक सहभागिता सुनिश्चित करने के लिये बाल दिवस अच्छा अवसर है। उन्होंने बताया कि बाल मेले का मुख्य उद्देश्य आंगनवाड़ी में बच्चों के सीखने एवं शाला पूर्व शिक्षा के लिए सहज वातावरण निर्मित करना तथा प्रतिभावान बच्चों की पहचान कर उनकी प्रतिभा को निखारना और उन्हें प्रोत्साहित करना है।
मास्टर क्लीन, टेडी मास्टर, हेल्दी पुरस्कार
प्रमुख सचिव श्री राजन ने कहा कि बाल मेले के दौरान वहाँ रहने वाले बच्चे को मछली पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इसमें आंगनबाड़ी केंद्रों के अलावा अन्य समुदाय के बच्चों को भी शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बाल मेले में बच्चों द्वारा बनाई गई पेंटिंग, ग्रीटिंग कार्ड और मिट्टी के खिलौने की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। फैंसी ड्रेस, गीत-कविता, नाटक का प्रदर्शन भी किया जाएगा। राजन ने कहा कि बाल दिवस पर सबसे स्वस्थ बच्चे को हेल्थी पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त बाल रंग मेले में कुश्ती प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा।