मत फीसद अधिक होने के कारण प्रदेश की कई विधानसभा सीटों पर 14 से ज्यादा टेबलें भी लगाई गई हैं। काउंटिंग टेबलें बढ़ाने का उद्देश्य ये है कि जल्द से जल्द मतगणना संपन्न की जा सके। उन्होंने कहा है कि तय व्यवस्था के अनुसार सिर्फ 5 घंटों के भीतर ही प्रदेशभर का रिजल्ट डिक्लेयर कर दिया जाएगा। सुबह 8 बजे से गणना शुरू की जाएगी। डाक मत पत्र के रिजल्ट भी तत्काल ही घोषित किए जाएंगे।
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प्रदेश में 77.82% मतदान
आपको बता दें कि मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए प्रदेश के मतदाताओं ने 77.82 फीसदी वोट किए हैं। ये आंकड़ा बीते चुनाव के मुकाबले 2.19 फीसद ज्यादा है। सैलाना में सबसे ज्यादा मतदान और जोबट में सबसे कम हुआ है। जिले में सिवनी में सबसे ज्यादा और अलीराजपुर में सबसे कम मतदान में हुआ है। सभी 230 विधानसभा क्षेत्र में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त प्रेक्षक पहुंचे। सभी तैयारी पूरी हैं। स्ट्रांग रूम के बाहर से मतगणना का लाइव भी देखा जा सकता है। विद्युत आपूर्ति के लिए सभी व्यवस्थाएं पूरी की जा चुकी हैं।
मतगणना की अहम बातें
3 तारीख को मतगणना वाली सुबह 5 बजे तक आयोग में ही किसी को पता नहीं होगा की कौनसा अफसर या कर्मचारी किस टेबल पर काउंटिंग कराएगा। गलियारे से पूरे स्थल की कार्यवाही का वीडियो रिकॉर्डिंग की जाएगी। काउंटिंग एजेंट अन्य स्थल पर नहीं जा सकेंगे। कुल 4,369 टेबलों पर प्रदेशभर में वोट काउंट किए जाएंगे। 64 हजार 626 पोलिंग बूथ के लिए टेबल हैं। 3 लाख 25 हजार कुल डाक मत पत्र प्राप्त हुए हैं। विवाद की स्थिति ना हो इसलिए विजय जुलूस के भी रोड मैप को ध्यान रखा गया है। कलेक्टर्स ने इसे लेकर तैयारियां कर ली हैं।
बालाघाट मामले पर बोले राजन
वहीं, कांग्रेस द्वारा बालाघाट मामले पर लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए के आरोप पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने कहा कि आयोग की जांच के अनुसार बालाघाट मामले में किसी भी डाक मतपत्र को खोला नहीं गया है। हालांकि जिन जिन लोगों की मामले में लापरवाही सामने आई, उनके खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है।