चार दिन मनाया जाता है यह पर्व
छठ पूजा के पहले दिन नहाय-खाय किया जाता है। इस दिन व्रति अपने घरों को शुद्ध कर विशेष रूप से स्नान करते हैं और फिर गुड़, चिउड़े, कद्दू, चावल आदि से बने भोजन का सेवन करते हैं। छठ पूजा के दूसरे दिन खरना किया जाता है। इस दिन व्रति पूरे दिन उपवास रहते हैं। छठ पूजा के तीसरे दिन डाला छठ मनाया जाता है। इस दिन व्रति नदी, तालाब या जलाशय के किनारे पूजा करते हैं। छठ पूजा के अंतिम दिन पारण/समापन किया जाता है। इस दिन सूर्य देवता को अंतिम अर्घ्य अर्पित करके व्रति अपना उपवास समाप्त करते हैं।
भोपाल में होंगे ये कार्यक्रम
-भोजपुरी एकता मंच की तरफ से लोक गायिका विजया भारती की पारंपरिक छठ गीतों पर आधारित प्रस्तुति होगी।-2100 दीपों का दीपदान किया जाएगा।
-समाज के विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों को पूर्वाचंली समाज की तरफ से सम्मानित किया जाएगा।