ट्रैफिक पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक 70त्नचालक लेन ड्राइविंग का पालन नहीं करते। सड़कों पर डिवाइडर बहुत आवश्यक है। इससे हादसों पर लगाम लग सकती है। कई सड़कों पर लेन को बांटने वाली रोड साइनिंग तक नहीं है।
जनवरी से सितंबर 2019 तक के बीच शहर में 2560 सड़क हादसे हुए। इनमें 2015 लोग घायल हुए। जबकि 194 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 2018 में जनवरी से सितंबर तक के बीच 2620 हादसों में 239 की जान गई थी।
हादसे के बाद कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने ट्रैफिक पुलिस व पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थाई डिवाइडर बनाने के निर्देश दिए। इससे पहले तीन माह पूर्व सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में भी चेतक ब्रिज पर अस्थाई डिवाइडर बनाने के निर्देश दिए थे। कुछ दिन तक बैरीकेड्स लगाकर व्यवस्था की गई थी, लेकिन बाद में बैरीकेड्स हटने से फिर से व्यवस्था पटरी से उतर गई। अब जल्द स्थाई डिवाडर लगाए जाएंगे।