वर्ष 2017 में दिसंबर में सीडीएस बिपिन रावत इंदौर आए थे. वे डेली कॉलेज के एनुअल अवॉर्ड फंक्शन में रावत मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे थे। इस दौरान यहां उन्होंने अपने जीवन के अनेक अनुभव शेयर किए थे.
कहा—भगवान की कृपा से दो हेलिकॉप्टर हादसों में बच चुका हूं…
वे यहां प्रिसिंपल नीरज कुमार बधौतिया के घर पर डिनर के लिए भी पहुंचे थे. डिनर के समय उन्होंने स्कूल के बरसर हर्षवर्धन को बताया था कि वे दो बार हेलिकॉप्टर क्रैश में बच चुके हैं। वे कह रहे थे हर बार भगवान की कृपा रही वरना पता नहीं क्या होता।
सीडीएस बिपिन रावत ने विद्यार्थियों को देशसेवा के लिए खासा प्रेरित किया. उन्होंने विद्यार्थियों को सफलता के मूलमंत्र भी बताए थे. उन्होंने तीन बातों पर सबसे ज्यादा जोर दिया था—
1. कंट्री फर्स्ट : देश सबसे पहले बाकी सब बाद में। यह ध्येय वाक्य जीवन में हमेशा याद रखो।
2. असफलता देती है ताकत: असफलता से कभी मत डरो। उससे तो हमें हर बार कुछ नया सीखना चाहिए।
3. कठिन चुनो, सही चुनो: रास्ता कठिन हो और सही हो तो उसे ही चुना। आसान और गलत रास्ते को मत चुनो।