खजूरी कला के लोग बताते हैं कि श्मशान घाट का रखरखाव एक समिति करती है। यहां हर सप्ताह औसतन 3 लोगों का अंतिम संस्कार किया जाता है। पिछले करीब डेढ़ साल से श्मशान घाट पर तंत्र मंत्र के फेर में तांत्रिक पहुंच रहे हैं।
अंतिम संस्कार के बाद जब अस्थि संचय के लिए परिजन पहुंचते, तो वहां तंत्र क्रिया किए जाने के साक्ष्य मिलते थे। चिता के पास काले कपड़े से बने छोटे-छोटे पुतले, नीबू, सिंदूर आदि पड़ा मिलता।
यह भी पढ़ें: एमपी में बड़ी कार्रवाई, एक साथ पकड़ाए 125 युवक-युवतियां, कंप्यूटर पर कर रहे थे ये काम यह भी पढ़ें: मंगल दोष-विवाह दोष दूर कराने विख्यात हो रहा एमपी का यह स्थान, उमड़ रहे भक्त- हो रही धनवर्षा
ऐसे में गांव के लोगों ने रात को श्मशान घाट पर नजर रखना शुरू कर दिया। उन्हें सफलता भी मिली थी। 30-31 दिसंबर की दरमियानी रात जोकि अमावस्या की रात थी, गांववालों ने श्मशान में जलती हुई एक चिता के पास एक तांत्रिक को पकड़ लिया। लोगों ने उसे पुलिस को सौंपा लेकिन कार्रवाई करने की बजाए उसे छोड़ दिया गया।
यह भी पढ़ें: कृषि मंत्री शिवराज सिंह के दोनों बेटों की शादी की तारीख तय, जानिए कब लेंगे सात फेेरे
अब गांव वालों ने श्मशान घाट में एक सीसीटीवी लगा दिया है। मंगलवार को सीसीटीवी लगाया गया। समिति सदस्य बताते हैं कि अब मोबाइल फोन पर भी रात के समय हम श्मशान घाट पर निगरानी रख सकेंगे।
अब गांव वालों ने श्मशान घाट में एक सीसीटीवी लगा दिया है। मंगलवार को सीसीटीवी लगाया गया। समिति सदस्य बताते हैं कि अब मोबाइल फोन पर भी रात के समय हम श्मशान घाट पर निगरानी रख सकेंगे।