भोपाल / मंदिर में भगवा वस्त्र पहनकर रेप करने का आरोप लगाने वाले कांग्रेस के दिग्गज नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ( digvijay singh ) की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। 20 दिनों में दो बार उन के खिलाफ प्रकरण दर्ज हुआ है। दोनों ही प्रकरण उत्तर प्रदेश में दर्ज हुए हैं।
विवादित बयानों से सुर्खियों में रहने वाले दिग्विजय सिंह की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही है। सितंबर में ही यह दूसरा मौका है जब दिग्विजय के खिलाफ विवादित बयानों के बाद प्रकरण दर्ज किया गया है।
क्या कहते हैं शिकायतकर्ता
दिव्येंदु मणि त्रिपाठी ने शिकायत में कहा है कि 17 सितंबर को कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने अपने बयान में कहा था कि लोग भगवा वस्त्र पहनकर मंदिरों में बलात्कार कर रहे हैं। गौरतलब है कि दिग्विजय ने एक सितंबर को भी भिंड में एक विवादित बयान दे दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि आरएसएस और हिन्दू संगठनों के लोग आईएसआई से पैसा लेते हैं। आतंकवादी घटनाओं में मुसलमानों से ज्यादा हिन्दू लिप्त हैं।
-दिग्विजय ने सरस्वती शिशु मंदिर स्कूलों को आतंकी गतिविधियों का केन्द्र बताया है।
-इससे सामाजिक एवं साम्प्रदायिक सौहार्द्र बिगड़ रहा है। धर्म के आधार पर पूरे देश में घृणा और वैमनस्य फैलाने का काम सोची-समझी रणनीति के तहत हो रहा है।
संभल में भी हुआ केस दर्ज
इससे पहले उत्तर प्रदेश के ही संभल में भाजपा के नगर महामंत्री सतीश अरोड़ा ने केस दर्ज कराया था। चंदौसी कोतवाली में दिग्विजय के खिलाफ उस बयान पर शिकायत की गई थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि भाजपा और बजरंग दल के सदस्य पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी (ISI) से पैसा लेकर जासूसी करते हैं। एक अन्य बयान में दिग्विजय ने कहा था कि आईएसआई (ISI) के लिए मुस्लिमों से ज्यादा से गैर-मुसलमान जासूसी कर रहे हैं। दिग्विजय सिंह ने यह बयान मध्य प्रदेश के भिंड में दिया था।