काउंसलिंग क्यों जरूरी
बता दें कि CBSE की ओर से 10वीं छात्रों को 11 में आने वाले विषयों और अन्य चुनौतियों के बारे में बताया जाता है। वहीं काउंसलिंग में 12वीं पास छात्रों को कई प्रकार के विकल्पों से संबंधित जानकारी दी जाएगी और उन्हें बताया जाएगा कि उनके लिए कौन-सा विषय सही रहेगा। सीबीएसई बोर्ड उन छात्रों को भी काउंसलिंग के दौरान मदद करेगा, जिनके परीक्षा में कम अंक आए हैं। इन 8 Points में समझें 12th के बाद काउंसलिंग क्यों जरूरी
- काउंसलिंग से आपकी स्ट्रैंथ, इंट्रेस्ट और वीकनेस को जानने में मदद मिलती है।
- ये आपको सही कोर्स और कॉलेज ढूंढ़ने में मदद करेगी।
- आपके लिए सही करियर की राह आसान करेगी।
- आपके भविष्य को सुरक्षित करने के लिए कई योजनाएं बनाने में आपकी मदद करती है।
- आपको किसी भी करियर के लिए आदर्श रास्ता दिखाती है।
- ये आपकी प्रतिभा को पहचानकर आपको आगे बढ़ने में मदद करेगी।
- आप जिस स्टीम में जाना चाहते हैं, उसमें करियर की रियलिटी समझाने में मदद कर सकती है।
- किसी भी एक पॉइंट को चुनने से पहले आपको करियर का एक्सपीरियंस लेने में मदद मिल सकती है।
जल्द शुरू हो सकती है काउंसलिंग?
जानकारी के मुताबिक सीबीएसई रिजल्ट घोषित होने के बाद छात्रों और अभिभावकों के लिए फ्री काउंसलिंग का आयोजन करेगा। बता दें कि पिछले साल 12 मई को परिणाम घोषित किए गए थे और काउन्सलिंग की प्रक्रिया 13 मई 2023 से शुरू कर दी गई थी। बता दें कि बोर्ड परीक्षा के पहले भी मुफ़्त काउन्सलिंग का आयोजन करता है।
पिछले 5 वर्षों का पासिंग पर्सेंटेज
पिछले साल 2023 में 87.33% छात्रों से 12वीं बोर्ड परीक्षा पास की थी। वर्ष 2022 का पासिंग पर्सेंटेज 92.71% था। वहीं वर्ष 2021 में 99.37%, वर्ष 2020 में 88.78% और वर्ष 2019 में 83.94% छात्रों ने परीक्षा पास की थी। इस बार मध्य प्रदेश में 82.46 फीसदी पासआउट हुए हैं।