डेढ़ साल से आपत्तियां
वीआइपी रोड सिक्सलेन प्रोजेक्ट करीब डेढ़ साल से आपत्ति में है। केंद्रीय वेटलैंड की आपत्ति के बाद एमपीआरडीसी ने इस पर काम पूरा करने की योजना ही बंद कर दी। इस प्रोजेक्ट से मौजूदा रोड से समानांतर चौड़ी नई रोड बनाना है। बड़ा तालाब वेटलैंड होने से ये आपत्ति लगी।मनीषा मार्केट-चूनाभट्टी केबल ब्रिज
लागत 60 करोड़
चौड़ाई 15 मीटर
लंबाई 1.20 किमी
यात्री 1.50 लाख वाहनों की आवाजाही स्थिति: एक साल पहले से ये तय है। इसपर पर्यावरणीय नियमों के उल्लंघन मामले में शिकायत हुई। पर्यावरणीय एजेंसी के पास मंजूरी का आवेदन दिया, तीन माह बाद भी कोई निर्णय नहीं।
दानिशकुंज-कलियासोत ब्रिज चौड़ीकरण
लागत 5 करोड़
चौड़ाई 15 मीटर
लंबाई 70 किमी
यात्री 01 लाख से अधिक वाहनों की आवाजाही स्थिति: कलियासोत नदी पर तय ब्रिज के लिए पिछले साल बजट में राशि मंजूर। नए वित्तवर्ष में राशि लैह्रश्वस हो जाएगी, लेकिन काम शुरू करने पर्यावरणीय आपत्ति का निराकरण नही
इसलिए जरूरी
मनीषा से चूनाभट्टी का केबल ब्रिज शाहपुरा से चूनाभट्टी को एक करेगा, कोलार रोड सिक्सलेन तक शाहपुरा, गुलमोहर तक की आवाजाही आसान होगी। अभी ट्रैफिक बढ़ने से पीक अवर्स में जाम लगता है। दानिशकुंज कलियासोत ब्रिज चौड़ीकरण से रोहित नगर से लेकर शाहपुरा की ओर से आने वाले ट्रैफिक की पीक अवर्स में बॉटल नेक की स्थिति और यहां बढ़ रही आबादी के बीच तेज गति से कोलार तथा सिक्सलेन तक पहुंचने में ये मददगार है।
पश्चिमी बायपास पर खतरा
पश्चिमी बायपास से शहर को औबेदुल्लागंज के पास से खजूरी के पास से इंदौर रोड से जोडऩे की योजना भी अटक रही है।दोनों प्रोजेक्ट्स पर तेजी से हो रहा है काम
हमारे दोनों प्रोजेक्ट पर काम तेज है। आपत्तियों का जल्द ही निराकरण करवाएंगे और काम शुरू करेंगे। दोनों में कोई बड़ा पर्यावरणीय नुकसान नहीं है, उलटा ये लाभकारी होगा। -केपीएस राणा, प्रभारी, इएनसी पीडब्ल्यूडी ये भी पढ़ें: ‘सौरभ और नरोत्तम मिश्रा से कनेक्शन का खुलासा जरूरी’