कमलनाथ ने सभी से अपने अपने हिस्से की विधानसभा सीटें जिताने की गारंटी ली है। वहीं, दूसरी तरफ नेता भी दावा कर रहे हैं कि उपचुनाव में कांग्रेस का झंडा ही लहराएगा। आधा दर्जन सीटों पर कड़ा मुकाबला अब इन नेताओं के लिए परीक्षा की तरह है।
किसे किस सीट की जिम्मेदारी
दिग्विजय सिंह: प्रचार में देर से उतरने पर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा- आखिरी ओवरों में महत्वपूर्ण बल्लेबाज उतारा जाता है। ब्यावरा, आगर-मालवा और अशोक नगर विधानसभा सीट में इन्होंने जीत का दावा किया है। ये सीटों की जिम्मेदारी इन्हीं के पास है।
अरुण यादव: पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने अपने क्षेत्र की नेपानगर और मांधाता सीट के अलावा मुंगावली विधानसभा सीट की जिम्मेदारी सौंपी है। अरुण यादव ने इन सीटों पर जीत दिलाने का दम भरा है।
अजय सिंह: ग्वालियर चंबल की 14 सीटें जिताने की गारंटी। अजय सिंह कहते हैं कि वे इस अंचल में भाजपा का खाता नहीं खुलने देंगे। यहां कांग्रेस ही जीतेगी। अजय सिंह तो यहां तक का दावा कर चुके हैं कि अगर सिंधिया समर्थक एक भी सीट जीते तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा।
सज्जन सिंह वर्मा: सांवेर और हाटपिपल्या सीट जिताने का दावा किया है। सज्जन सिंह वर्मा का कहना है कि इन सीटों पर जनता गद्दारों का सफाया करने जा रही है।