वेटलैंड प्राधिकरण के सदस्य सचिव श्रीमन शुक्ल की ओर से जारी नोटिस में निगमायुक्त व एमडी पर्यटन विकास निगम से पूछा गया है कि बड़ा तालाब पर वेटलैंड नियम 2017 लागू हैं। ऐसे में यहां निर्माण कैसे हो रहा है। इसके अनुसार तथ्यात्मक वस्तुस्थिति निकालकर आगामी कार्रवाई करें। वन विहार संचालक समीता राजौरा का कहना है कि निर्माण राष्ट्रीय उद्यान से करीब है जिस पर नोटिस देकर जवाब मांगा गया है। गौरतलब है कि वेटलैंड संरक्षण के तहत पत्रिका ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया जिसके बाद संबंधित विभागों ने मामले में नोटिस देकर पूछताछ शुरू की है। इससे पहले भी यहां बिना अनुमति ओपन थियेटर के नाम पर पक्का निर्माण किया हुआ है।
झील प्रकोष्ठ ने लिखा शेड हटाने का पत्र
बोट क्लब रोड की ओर से निर्माण स्थल को छुपाने शेड लगाए हुए हैं। इन्हें हटाने झील प्रकोष्ठ ने अपने सहायक इंजीनियर को पत्र लिखकर निर्देशित किया है। ये शिकायत प्रदीप खंडेलवाल ने की थी। इसी तरह पर्यटन प्रमोशनल काउंसिल के अध्यक्ष कलक्टर अविनाश लवानिया को नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी ने पत्र लिखकर निर्माण को रोकने का आग्रह किया है।
अनुमति की फाइल टीएंडसीपी में
यहां निर्माण शुरू करने के बाद पर्यटन प्रमोशन काउंसिल ने टीएंडसीपी में मंजूरी की प्रक्रिया के लिए फाइल लगाई है। ये जगह राजस्व रिकॉर्ड में धर्मपुरी गांव के खसरा नंबर का हिस्सा है। ये खसरा वन विहार से भी जुड़ा है, ऐसे में यहां कोई निर्माण नहीं हो सकता।