कुछ माह पहले बीयू के संजय गांधी हॉस्टल में बिजली की वायरिंग में शॉर्ट-सर्किट से आग लग गई थी। तब प्रबंधन ने तर्क दिया था कि बारिश का मौसम खत्म होने के बाद वायरिंग बदलवाई जाएगी जो अब तक नहीं बदली जा सकी है। मेंटेनेंस नहीं से हॉस्टल के कुछ कमरे बदतर हालत में है। बीयू प्रबंधन का कहना है कि बीडीए जल्द ही सभी हॉस्टल समेत सभी बिल्डिंगों का मेंटेनेंस वर्क शुरू करेगा।
दो पलंग को जोड़कर सोते हैं तीन छात्र
बीयू के जवाहर और मुंशी प्रेमचंद बॉयज हॉस्टल में पलंग की कमी है, जो हैं वो भी टूट चुके हैं। सामान्यत: एक कमरे में दो छात्रों को रखा जाता है, लेकिन कुछ कमरों में पलंग की हालात बदतर होने से एक कमरे में दो पलंग को जोड़कर तीन-तीन विद्यार्थी रह रहे हैं। इसके अलावा कमरों में स्टडी टेेबल और कुर्सी तक नहीं हैं। वॉर्डन की मानें तो पलंग और स्टडी टेेबल, कुर्सी के लिए टेंडर जारी हो चुके हैं। इस माह के अंत तक नया फर्नीचर आ जाएगा।
बीयू के जवाहर और मुंशी प्रेमचंद बॉयज हॉस्टल में पलंग की कमी है, जो हैं वो भी टूट चुके हैं। सामान्यत: एक कमरे में दो छात्रों को रखा जाता है, लेकिन कुछ कमरों में पलंग की हालात बदतर होने से एक कमरे में दो पलंग को जोड़कर तीन-तीन विद्यार्थी रह रहे हैं। इसके अलावा कमरों में स्टडी टेेबल और कुर्सी तक नहीं हैं। वॉर्डन की मानें तो पलंग और स्टडी टेेबल, कुर्सी के लिए टेंडर जारी हो चुके हैं। इस माह के अंत तक नया फर्नीचर आ जाएगा।
सौ छात्रों के लिए केवल 12 थालियां
हॉस्टल में सौ के अधिक छात्रों के लिए महज 10-12 थालियां ही हैं। इसके अलावा खाना बनाने वाले बर्तन भी टूटे-फूटे हैं। छात्रों के विरोध के बाद वॉर्डन ने इंदिरा गांधी गल्र्स हॉस्टल से थालियां और खाना बनाने के बर्तन मंगवाकर छात्रों को दिए। प्रबंधन का कहना है कि बर्तनों के लिए भी टेंडर हो चुका है, इसी महीने सप्लाई आ जाएगी।
हॉस्टल में सौ के अधिक छात्रों के लिए महज 10-12 थालियां ही हैं। इसके अलावा खाना बनाने वाले बर्तन भी टूटे-फूटे हैं। छात्रों के विरोध के बाद वॉर्डन ने इंदिरा गांधी गल्र्स हॉस्टल से थालियां और खाना बनाने के बर्तन मंगवाकर छात्रों को दिए। प्रबंधन का कहना है कि बर्तनों के लिए भी टेंडर हो चुका है, इसी महीने सप्लाई आ जाएगी।
नहीं लगे अग्निशमन यंत्र व सीसीटीवी कैमरे
हॉस्टल में आग लगने की घटना के बाद सभी हॉस्टलों में अग्निशमन यंत्र लगाए जाने का प्रस्ताव पारित हुआ, लेकिन अब तक अग्निशमन यंत्र नहीं लग पाए हैं। इसके अलावा हॉस्टलों के मुख्य द्वार पर सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लग पाए हैं।
हॉस्टल में आग लगने की घटना के बाद सभी हॉस्टलों में अग्निशमन यंत्र लगाए जाने का प्रस्ताव पारित हुआ, लेकिन अब तक अग्निशमन यंत्र नहीं लग पाए हैं। इसके अलावा हॉस्टलों के मुख्य द्वार पर सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लग पाए हैं।
हॉस्टल में अव्यवस्थाओं को लेकर छात्रों की शिकायत मिली थी। चीफ वार्डन को सभी हॉस्टल का निरीक्षण कर वहां मौजूद कमियां को दूर करने के निर्देश दिए हैं। जल्द ही मेंटेनेंस वर्क शुरू होगा।
अजीत श्रीवास्तव, प्रभारी रजिस्ट्रार, बीयू
अजीत श्रीवास्तव, प्रभारी रजिस्ट्रार, बीयू