इंक्यूबेशन के जरिए बढ़ाई जा सकती है संख्या
रीठे के अनुसार गिद्ध प्रजनन केंद्र में इंक्यूबेशन के जरिए गिद्धों की संख्या बढ़ाई जा रही है। इसी तरह का प्रयोग खरमोर पक्षी की संख्या बढ़ाने के लिए भी किए जा सकते हैं। साथ ही मध्यप्रदेश में सर्वे कर ये देखा जाएगा कि प्राकृतिक रहवास को भी संरक्षित किया जाएगा। दोनों काम साथ-साथ करने होंगे। ये पक्षी साल में एक बार अंडे देता है, उस अंडे को इंक्यूबेशन के लिए उपयोग कर दूसरी बार बि्रडिंग कराई जा सकती है। इसके बाद नैसर्गिक रहवास में छोड़कर संख्या बढ़ाई जा सकती है।