बच्ची के मेडिकल में सामने आया है कि उसके प्राइवेट पार्ट में सूजन है और उससे ब्लीडिंग हुई है। क्लास-2 की स्टूडेंट ने 15 दिन पहले ही हॉस्टल में एडमिशन लिया था। परिजनों ने 15 दिन पहले ही बच्ची का हॉस्टल में एडमिशन कराया था। रूह कंपा देने वाले इस मामले में बच्ची ने खुद अपनी मां को बताया कि उसके साथ अंकल गंदा काम कर रहे थे और एक अंकल पास ही खड़े देख रहे थे।
वीडियो कॉल से हुआ घटना का खुलासा
जानकारी के मुताबिक बच्ची के पिता बिजनेसमैन और मां गृहिणी है। पेरेंट्स ने 15 दिन पहले ही बच्ची का हॉस्टल में एडमिशन करवाया था। मां का कहना है कि पिछले रविवार को ही वह बच्ची को घुमाने बाहर ले गई थी। इस रविवार को बच्ची से फोन पर बात की तो वो रोने लगी। वीडियो कॉल कर बताया कि उसे ब्लीडिंग हुई है। जब उन्होंने कुछ पूछा तो वार्डन ने फोन काट दिया। सोमवार को वे तुरंत बच्ची को लेकर सीधे जेपी अस्पताल चली गई। जहां चेकअप के बाद बच्ची के प्राइवेट पार्ट में सूजन और ब्लीडिंग का पता चला।
बच्ची ने बताया दाढ़ी वाले ने किया गलत काम
मामले में मां का कहना है कि सोमवार को जब वो बच्ची से मिली तो बच्ची उससे लिपटकर रोने लगी। कार में बैठकर बच्ची ने पूरी कहानी सुनाई। बच्ची ने बताया कि उसके साथ दाढ़ी वाले अंकल ने गलत काम किया है। बच्ची ने बताया कि उसे खाने में दाल-चावल दिए थे, उसके बाद उसे नींद आ गई। बच्ची के बेसुध होते ही उसकेा साथ घिनौना काम किया। बच्ची को होश आया तो उसने देखा एक हैवान उसके साथ गंदा काम कर रहा था और दूसरा पास खड़ा था। माना जा रहा है कि बच्ची को आरोपियों ने दाल-चावल में नशीला पदार्थ मिलाकर खिला दिया। इसके बाद मां सीधे मिसरोद थाना पहुंची और मामला दर्ज कराया।
4-5 दिन पुरानी घटना
दिल दहला देने वाला ये मामला 4-5 दिन पुराना बताया जा रहा है। मंगलवार को मिसरोद थाना पुलिस ने धारा 376 और पॉक्सो के तहत किया मामला दर्ज किया है। मामले में हॉस्टल वार्डन समेत तीन लोगों को आरोपी बनाया है। सभी को देर रात गिरफ्तार भी कर लिया है। मां ने लगाया पुलिस पर आरोप
बच्ची की मां ने आरोप लगाया है कि मिसरोद थाने (
भोपाल) के एसआई प्रकाश राजपूत हॉस्पिटल में शिकायत दर्ज नहीं करने का दबाव बना रहे थे। वहीं एसआई श्वेता शर्मा का कहना है कि मामले की FIR दर्ज की गई है। जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। हालांकि देर रात पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया।
तड़पती मां ने सुनाई दिल दहला देने वाली कहानी
बच्ची की मां बोली ‘जब मैं बेटी से मिली तो वह मुझसे लिपटकर रोने लगी। मैं उसे बाहर लेकर आई। कार में बैठकर उसने बताया कि चार-पांच दिन पहले शाम को उसने दाल-चावल खाए थे। बाद में हॉस्टल की वार्डन ने उसे दोबारा दाल-चावल खिलाए थे। उसे उस रूम में ले जाकर खिलाया गया, जो अभी रहने के लिए शुरू भी नहीं हुआ है। रात में जब नींद खुली तो वह अपने कमरे और बिस्तर पर नहीं थी। एक मोटे से दाढ़ी वाले अंकल उसके साथ गलत काम कर रहे थे। पास में खड़े अंकल बोल रहे थे कि मोदी सर, बच्ची को होश आ गया है। अंकल ने दो-तीन बार ऐसा कहा।
वार्डन ने बच्ची को नहला दिया
बच्ची ने आगे बताया कि ‘बाद में अंकल ने मेरी आंख पर हाथ रख दिया। मेरे पेट में दर्द हो रहा था और प्राइवेट पार्ट से ब्लड आ रहा था। बच्ची फिर से बेहोश हो गई। बच्ची को सुबह होश आया तब वो अपने पलंग पर सो रही थी। उसने होश में आने के बाद वार्डन से कहा कि मेरे पेट में पेन हो रहा है। उन्होंने बच्ची को नहलाया-धुलाया।
फोन पर बात करने की बात पर बच्ची को डराया-धमकाया
मां ने कहा कि ‘बेटी ने मुझसे बात करने की जिद की तो उससे कहा स्कूल जाओ, वहां से आने के बाद बात करा देंगे। उन लोगों ने बच्ची को डराया-धमकाया कि किसी से कुछ कहोगी तो हम मम्मी से बात नहीं कराएंगे। उन्होंने कहा- संडे को बात कराएंगे। जब मैंने बेटी से बात करने के लिए फोन किया तो उन्होंने कहा कि बच्ची अभी सो रही है। बात नहीं करा सकते। जब मैंने दोबारा कॉल किया तो पीछे से आवाज आई कि 2 मिनट से ज्यादा बात मत करना और फोन कट गया। फिर मैंने वीडियो कॉल किया तो बच्ची रो पड़ी। फिर उन्होंने बच्ची से फोन छीनकर स्विच ऑफ कर दिया।
मां का आरोप स्कूल के ऑनर ने किया है गलत काम
इसके बाद मैं टेंशन में आ गई कि कुछ तो बात है। जब मैं बच्ची से मिलने हॉस्टल गई तब बताया गया कि आपकी बच्ची हॉस्टल में अकेली है। बाकी सभी तीन-चार दिन पहले घर जा चुकी हैं। मेरी बच्ची बहुत डरी हुई थी। मैं उसे लेकर सीधे अस्पताल गई। बच्ची की मां का आरोप है कि स्कूल के ऑनर ने गलत काम किया है।