ये हैं मर्दानी आईएएस अफसर…
– सोनिया मीणा : 2017 में छतरपुर के राजगनगर में एसडीएम रहते हुए अर्जुन सिंह बुंदेला के रेत का अवैध परिवहन करते पकड़े गए ट्रकों को लेकर विवाद हुआ था। ड्राइवर ट्रक लेकर भागा, तो सोनिया ने ट्रक पर चढ़कर उसे पकड़ा। बाद में बुंदेला ने धमकाया, तो सोनिया ने सीएस को पत्र लिखकर जान का खतरा बताया। साथ ही सुरक्षा की मांग की। इसके बाद अदालत में प्रकरण चलता रहा।
– छवि भारद्वाज : जबलपुर कलेक्टर रहने के दौरान मूर्ति विसर्जन के दौरान हिंसा भड़क उठी। इस पर छवि खुद लॉ एंड आर्डर को संभालने के लिए लाठी लेकर फील्ड में उतर पड़ी। सुरक्षा जैकेट्स पहनकर छवि लाठी लेकर लोगों पर दबंग अंदाज में खूब बरसी। इसका फोटो और वीडियो भी तब खूब वायरल हुआ था।
– प्रीति मैथिल : रीवा कलेक्टर रहते हुए सुरक्षाकर्मियों को कहा कि ईवीएम के पास कोई आए तो गोली मार देना। विधानसभा चुनाव के बाद मतदान पूर्व ईवीएम की सुरक्षा के समय का यह वीडियो वायरल हुआ। जिसमें प्रीति आगे कह रही है कि मैं चुनाव के लिए अपनी साख खऱाब नहीं करूंगी। यहां कांग्रेस प्रत्याशी ने ईवीएम में छेड़छाड़ की शिकायत दर्ज कराई थी, जिस पर प्रीति ने निरीक्षण के दौरान ही नेताओं से कहा।
– स्वाति मीणा : 2016 में खंडवा कलेक्टर रहने के दौरान स्वाति एक कार्यक्रम में पहुंची। दशहरे के मौके पर शस्त्र पूजन के बाद स्वाति ने बंदूक से हवाई फायरिंग की। नवंबर २०१६ में भोपाल जेल ब्रेक के कुछ दिनों बाद खंडवा में भीड़ सड़कों पर उतरी तो छवि खुद लाठी लेकर नियंत्रण करने उतर मैदान में उतरी। उनका दबंग अंदाज चर्चाओं में रहा।
– रेणु तिवारी : चंबल कमिश्नर रहते हुए ही अस्पताल का निरीक्षण किया। अस्पताल के निरीक्षण में शौचालय गंदा मिला, तो रेणु ने अस्पताल कर्मचारी को कहा कि शौचालय में एक पैर पर चलकर दिखाओं, क्योंकि यहां विकलांग भी आते हैं। कर्मचारी एक पैर पर नहीं चल पाया। इस पर रेणु ने जमकर फटकार लगाई। इसके बाद तत्काल कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया।
संजना जैन : राज्य प्रशासनिक सेवा की संजना ने देवास में एसडीएम रहते हुए सख्त कदम उठाए। विधानसभा चुनाव के समय तत्कालीन मंत्री तुकोजीराव पंवार को मतदान केंद्र में जाने से रोक दिया था। इस खूब बवाल मचा, लेकिन संजना ने टस से मस नहीं हुई।
ये भी रही हैं मर्दानी-
एसीएस सलीना सिंह भी फील्ड पोस्टिंग के दौरान मर्दानी अंदाज में कार्रवाई करती रही हैं। फूड कमिश्नर रहने के दौरान सलीना ने खुद टीम के साथ जाकर छापे मारे। न्यू मार्केट में सलीना का व्यापारियों से खूब विवाद हुआ। इसी तरह सेवानिवृत्त आईएएस अंजू सिंह बघेल कई जगह कलेक्टर रही, तब उनका अंदाज भी दबंग था। बाद में वे विवादों में घिरी और कई जांचें उनके खिलाफ शुरू हो गई।
ये हैं मौजूदा मर्दानी निधि-प्रिया प्रकरण…
राजगढ़ में सीएए व एनआरसी पर समर्थन में भाजपा ने विरोध प्रदर्शन किया। इसमें धारा 144 लगी होने के कारण कलेक्टर निधि निवेदिता व एसडीएस प्रिया वर्मा ने भीड़ को रोका, तो विवाद शुरू हो गया। विवाद बढ़ा, तो लॉ एंड ऑर्डर संभालने के लिए निधि व प्रिया खुद मैदान में उतरे। दोनों ने नेताओं को पकड़ा और मारा। इस पर विवाद छा गया और भाजपा ने मोर्चा खोल रखा है।