khelo india para games 2023. सभी की बोट्स पर तिरंगा लहरा रहा था… पेडलिंग करते हुए खिलाड़ी कभी जोर लगाकर हईशा… कहकर तो कभी भारत माता की जय… कहकर जोश जगा रहे थे। यह नजारा देखने को मिला शुक्रवार सुबह एमपीकेसीए बोट क्लब लोअर लेक में। साई सीआरसी भोपाल की ओर से यहां खेलो इंडिया पैरा गेम्स 2023 में भाग लेने जा रहे पैरा एथलीटों को प्रोत्साहित करने के लिए बोट रैली आयोजित की गई।
कार्यक्रम के अतिथियों में संजीव शर्मा (आईजी) निदेशक, एसएसबी अकादमी, विष्णु सुधाकरण, क्षेत्रीय निदेशक, साई सीआरसी भोपाल, अभिषेक सिंह चौहान, निदेशक, साई सीआरसी, भोपाल, जयंत श्रीवास्तव, कार्यक्रम प्रमुख, दूरदर्शन केंद्र, भोपाल तथा पी एस बुंदेला, अध्यक्ष एमपीकेसीए शामिल थे।
ग्वालियर से आईं प्राची यादव को स्पाइना बिफिडा है। यह एक ऐसी स्थिति है जो रीढ़ की हड्डी को प्रभावित करती है। इसकी वजह से कमर के नीचे का हिस्सा काम नहीं करता। उन्हें यह बीमारी जन्म से ही है। प्राची बताती हैं, अभी हाल ही में हुए फोर्थ एशियन पैरा गेम्स में मुझे एक गोल्ड, एक सिल्वर मिला है। इसके पहले टोक्यो 2020 पैरा ओलंपिक गेम्स में भी भाग ले चुकी हूं। उसमें मैं पहली ऐसी खिलाड़ी थी जिसने पैरा ओलंपिक गेम्स में पैरा कैनोइंग में भारत का प्रतिनिधित्व किया था।
इस फील्ड में आने की कहानी बताते हुए प्राची बताती हैं, मैं बचपन से ही बतौर एक्वा थेरेपी स्वीमिंग करती थी। 2018 में अपने स्वीमिंग कोच के कहने पर मैंने गेम्स में भाग लेना शुरू किया। इसके बाद मैं भोपाल आई। पैरा ओलंपिक गेम्स के बाद मेरा सलेक्शन एमपी स्पोर्ट्स एकेडमी में हुआ। यहां मेरी इंटरनेशनल गेम्स के लिए ट्रेनिंग हुई, जिसके कारण मुझे दो पदक (गोल्ड व सिल्वर) मिले। मैंने बीकॉम किया है। अभी मैंने पेरिस पैरा ओलंपिक के लिए क्वालिफाई कर लिया है। उसमें मेडल लाने के लिए तैयारी में जुटी हूं।