परीक्षाओं के तनाव के बीच स्टूडेंट्स का शेड्यूल बिगड़ जाता है। स्टूडेंट्स की बेहतर तैयारी हो और वह तनावमुक्त होकर परीक्षा दे सकें, इसके लिए एक्सपर्ट से पत्रिका से चर्चा की।
टाइम मैनेजमेंट जरूरी
एक्सपर्ट के अनुसार, परीक्षा की तैयारी में सबसे अहम है टाइम मैनेजमेंट। हर काम का एक फिक्स टाइम बनाएं। परीक्षा को जो समय होता है, उसके अनुसार अपनी बॉडी क्लॉक को तैयार करें। कब सोना है, कब उठना है, कब पढ़ना है आदि तय करें। परीक्षा के समय के अनुसार, उस टाइम जिस तरह एग्जाम हॉल में परीक्षा देते हैं, उसी तरह पढ़ाई करें। ऐसा करने से दो महीने में आपका शरीर एग्जाम टाइम को लेकर तैयार हो जाएगा और फिर परीक्षा हॉल में आप कंसट्रेट कर अपनी परीक्षा दे पाएंगे।समस्या को करें साझा
अभिभावक समझें बच्चों को पढ़ाई और परीक्षा की तैयारी के दौरान कई तरह की समस्याएं आती हैं। बच्चा अगर आपसे कुछ कह रहा है, तो उसे गौर से सुनें और उसकी उस समस्या का समाधान खोजें। न कि उसे डांटने लगें।फोकस होकर करें स्टडी
पैरेंट्स यह देखें कि बच्चों के मन में क्या डाउट हैं और वह उन्हें दूर कर पा रहे हैं या नहीं। बच्चों पर कुछ भी नया ट्राई न करें। माहौल को सकारात्मक रखें और उनकी नींद को पूरी करना जरूरी है। कई बच्चे जो मेरे पास आते हैं, वह परीक्षा के समय में दो-तीन दिन तक सोते ही नहीं हैं। बच्चों पर अच्छा परफॉर्म करने का प्रेशर होता है, तो ऐसे में उनका साथ दें। -सोनम छतवानी, मनोवैज्ञानिक एक्सपर्ट के अनुसार, परीक्षा के दिनों में स्टूडेंट ज्यादा देर तक पढ़ाई करने पर विश्वास करते हैं। उन्हें लगता है कि ज्यादा पढ़ेंगे, तो ज्यादा नंबर आएंगे, लेकिन ऐसा नहीं है। ज्यादा पढऩे से जरूरी है फोकस होकर पढ़ाई करना।
पैरेंट्स करें ये काम
● हर समय बच्चे को टोके नहीं ● ऐसी बात न कहें, जिससे बच्चा डिस्ट्रेक्ट हो ● अन्य बच्चों से तुलना न करें ● सात घंटे की नींद बच्चे को पूरी करने दें ● संतुलित आहार दें ● रोज पढ़ाई का टारगेट सेट करने में उसकी मदद करें ● पढ़ाई में कुछ दिक्कत आ रही है, तो उसकी मदद जरूर करें