कई सांसदों के कट सकते हैं टिकट
सूत्रों के अनुसार, भाजपा इस बार कई सांसदों के नाम काट सकती है। जानकारी के अनुसार, भाजपा की पहली सूची में 25 से 30 प्रतिशत मौजूदा सांसदों का टिकट कट सकता है। इसका असर मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी देखने को मिल सकता है। कई नेता पहले भी मौजूदा सांसदों के टिकट कटने का संकेत दे चुके हैं।
पार्टी सूत्रों के अनुसार इस लोकसभा चुनाव में अधिकांश पुराने चेहरे पर दांव नहीं लगाने पर मंथन किया जा रहा है। भाजपा इस बार कई सीटों पर नए उम्मीदवार की तलाश कर रही है। सूत्रों का कहना है कि भाजपा के कई ऐसे सांसद हैं, जिनकी स्थानीय स्तर पर परफॉरमेंस रिपोर्ट ठीक नहीं है। कहीं सांसदों की जनता के बीच गैर मौजूदगी है तो कहीं पार्टी में विरोध। ऐसे में भाजपा उन सांसदों को फिर से रिपीट नहीं करना चाहती है जिनकी रिपोर्ट ठीक नहीं है।
मध्यप्रदेश में भाजपा करीब 13 ऐसे सांसद हैं जिनके टिकट कट सकते हैं। मध्यप्रदेश के अन्य क्षेत्रों की अपेक्षा विंध्य क्षेत्र में फायदा हुआ है। पहले माना जा रहा था कि रीवा सांसद जनार्दन मिश्रा का इस बार टिकट नहीं मिलेगा लेकिन जिले की आठों विधानसभा सीटों पर भाजपा की जीत से ऐसा माना जा रहा है कि इस बार फिर से जनार्दन मिश्रा को टिकट मिल सकता है। हालांकि चर्चाएं ऐसी भी हैं कि इस बार पूर्व मंत्री राजेन्द्र शुक्ल को रीवा संसदीय सीट से उम्मीदवार बनाया जा सकता है। वहीं, सांसद रहते हुए अनूप मिश्रा विधानसभा चुनाव हार गए हैं ऐसे में माना जा रहा है कि इस बार अनुप मिश्रा का टिकट भी कट सकता है।
संसदीय क्षेत्र | सांसद | क्यों कट सकते हैं टिकट |
मुरैना | अनूप मिश्रा | भितरवार से विधानसभा में हार |
मंडला | फग्गन सिंह कुलस्ते | पार्टी में विरोध |
भिंड | डॉ भागीरथ प्रसाद | जनता से दूरी, जीत की उम्मीद कम |
सागर | लक्ष्मी नारायण | जनता में नाराज़गी, उम्रदराज |
बालाघाट | बोध सिंह भगत | पार्टी में विरोध |
शहडोल | ज्ञान सिंह | उम्रदराज |
बैतूल | ज्योति धुर्वे | फर्ज़ी जाति प्रमाण का मामला |
सतना | गणेश सिंह | क्षेत्र में विरोध, विधानसभा में बेहतर प्रदर्शन नहीं |
खंडवा | नंदकुमार सिंह चौहान | क्षेत्र में विरोध, गुटबाज़ी |