1989 से लगातार आठ बार भाजपा के खाते में आई भोपाल सीट पर दो केंद्रीय मंत्रियों की भी नजर है। उमा भारती 1999 में बाहरी उम्मीदवार के रूप में सांसद चुनी जा चुक हैं। पार्टी एक बार फिर किसी बाहरी उम्मीदवार बनाने का मन बना रही है।
जनता सामान्यत: स्थानीय उम्मीदवार को पसंद करती है। हमारा संगठन सामान्य रूप से स्थानीय उम्मीदवार को ही मैदान में उतारता है। उम्मीद है, भोपाल को लेकर भी यही होगा। संगठन कहेगा तो मैं चुनाव जरूर लड़ूंगा। – उमाशंकर गुप्ता, पूर्व मंत्री
दिल्ली की इच्छा
गौर ने भोपाल से खुद चुनाव लडऩे की इच्छा भी जताई है। उन्होंने कहा, मैं दस बार विधायक रह चुका हूं। अब दिल्ली जाने की इच्छा है। प्रधानमंत्री कह चुके हैं-गौर साहब एक बार और, इसलिए उम्मीद है टिकट जरूर मिलेगा।
ये भी हैं दावेदार
सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, पूर्व विधायक धु्रवनारायण सिंह और प्रदेश उपाध्यक्ष विजेश लुनावत।
ये हैं बाहरी नाम
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, उमा भारती और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान।
हर चुनाव शिवराज लड़े, यह ठीक नहीं : शर्मा
भाजपा के वरिष्ठ नेता रघुनंदन शर्मा ने शिवराज के लोकसभा चुनाव लडऩे के प्रस्ताव काविरोध किया है। शर्मा ने मीडिया से चर्चा में कहा कि शिवराज विधायक हैं। वे हर चुनाव लड़ें यह प्रवृत्ति ठीक नहीं हैं। अगर दूसरे नेता शिवराज को चुनाव लडऩे को कहते भी हैं तो उन्हें कहना चाहिए कि मैं लोगों को जिताऊंगा, खुद नहीं लड़ूंगा।