17वीं लोकसभा का पहला सत्र 17 जून से शुरू होकर 26 जुलाई तक चलेगा। 17 को सभी नए सांसदशपथ लेंगे। इसके बाद 19 जून को लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा। 20 जून को सत्र की विधिवत शुरुआत होगी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद दोनों सदनों की संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे। यह फैसला मोदी कैबिनेट की पहली बैठक में ही लिया गया था।
16वीं लोकसभा की अध्यक्ष रहीं हैं इंदौर से
इससे पहले 16वीं लोकसभा के अध्यक्ष इंदौर की सांसद सुमित्रा महाजन रही हैं। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान लोकसभा के गतिविधियों को सुचारू रूप से संचालित किया। इस बार सुमित्रा महाजन चुनाव नहीं लड़ी हैं।
इससे पहले 16वीं लोकसभा के अध्यक्ष इंदौर की सांसद सुमित्रा महाजन रही हैं। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान लोकसभा के गतिविधियों को सुचारू रूप से संचालित किया। इस बार सुमित्रा महाजन चुनाव नहीं लड़ी हैं।
क्या होता है प्रोटेम स्पीकर
दरअसल, प्रोटेम स्पीकर का पद कुछ समय के लिए होता है। इनकी नियुक्ति राष्ट्रपति के द्वारा की जाती है। आमतौर पर प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति तब तक के लिए होती है, जब तक लोकसभा या विधानसभ अपना स्थाई अध्यक्ष नहीं चुन लेती है। प्रोटेम स्पीकर ही नवनिर्वाचित सांसदों को शपथ दिलवाते हैं। सांसदों के शपथ के बाद ही लोकसभा स्पीकर का चुनाव होता है। संसदीय परंपरा के अनुसार राष्ट्रपति सदन में वरिष्ठतम सदस्यों में से किसी एक को प्रोटेम स्पीकर के लिए चुनते हैं।
दरअसल, प्रोटेम स्पीकर का पद कुछ समय के लिए होता है। इनकी नियुक्ति राष्ट्रपति के द्वारा की जाती है। आमतौर पर प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति तब तक के लिए होती है, जब तक लोकसभा या विधानसभ अपना स्थाई अध्यक्ष नहीं चुन लेती है। प्रोटेम स्पीकर ही नवनिर्वाचित सांसदों को शपथ दिलवाते हैं। सांसदों के शपथ के बाद ही लोकसभा स्पीकर का चुनाव होता है। संसदीय परंपरा के अनुसार राष्ट्रपति सदन में वरिष्ठतम सदस्यों में से किसी एक को प्रोटेम स्पीकर के लिए चुनते हैं।