साध्वी प्रज्ञा ने वहां कहा कि सांसद के तौर पर मिलने वाले वेतन को देश और जरूरतमंदों को समर्पित कर देंगी। अपने वेतन का वो एक पैसा भी खुद पर खर्च नहीं करेंगी। कार्यक्रम खत्म होने के बाद मीडियाकर्मियों ने साध्वी प्रज्ञा से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बातों की दुहाई देकर चुप्पी साध ली।
इसे भी पढ़ें: अल्टीमेटम के 10 दिन हुए पूरे, साध्वी पर होगी कार्रवाई या मिलेगी माफी? भोपाल की सांसद साध्वी प्रज्ञा ने यह भी कहा कि मैं भिक्षा में मिलने वाले भोजन और वस्त्र से ही जीवनयापन करूंगी। इस कार्यक्रम के दौरान साध्वी प्रज्ञा ने स्कूलों में सैन्य प्रशिक्षण की बात का भी समर्थन किया। रामदेव बाबा द्वारा दिए गए जनसंख्या नियंत्रण की बात पर साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि संविधान के अनुसार ही इसे आगे ले जाया जाए।
इसे भी पढ़ें: जानिए, संसद में कहां बैठेंगी भोपाल की सांसद साध्वी प्रज्ञा साध्वी प्रज्ञा एलटी सेंटर में वीर सावरकर की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने अपने जेल के दिनों को भी याद किया। इस दौरान साध्वी प्रज्ञा ने गीत भी गुनगुनाए। साध्वी ने गाया कि दुनिया में इतना गम है, मेरा गम कितना कम है।
इसे भी पढ़ें: साध्वी प्रज्ञा को देख मोदी ने फेरा मुंह, फिर आगे बढ़ने का किया इशारा! मालेगांव ब्लास्ट की हैं आरोपी
दरअसल, साध्वी प्रज्ञा 2008 में हुए मालेगांव ब्लास्ट के धमाके की आरोपी हैं। जब बीजेपी ने साध्वी को भोपाल से उम्मीदवार बनाया था, तभी से ही वह विरोधियों के निशाने पर रही हैं। उम्मीदवार बनने के बाद साध्वी प्रज्ञा ने मुंबई हमले में शहीद हुए आईपीएस हेमंत करकरे पर बयान देकर और फंस गईं थीं। बाद में विवाद बढ़ने पर साध्वी प्रज्ञा ने माफी मांग ली थीं।
दरअसल, साध्वी प्रज्ञा 2008 में हुए मालेगांव ब्लास्ट के धमाके की आरोपी हैं। जब बीजेपी ने साध्वी को भोपाल से उम्मीदवार बनाया था, तभी से ही वह विरोधियों के निशाने पर रही हैं। उम्मीदवार बनने के बाद साध्वी प्रज्ञा ने मुंबई हमले में शहीद हुए आईपीएस हेमंत करकरे पर बयान देकर और फंस गईं थीं। बाद में विवाद बढ़ने पर साध्वी प्रज्ञा ने माफी मांग ली थीं।
नाथूराम गोडसे को बताया देशभक्त
भोपाल में वोटिंग खत्म होने के बाद एक चुनाव प्रचार के दौरान साध्वी प्रज्ञा ने गांधी जी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था। आखिरी चरण के वोटिंग होने थे, ऐसे में बीजेपी ने साध्वी प्रज्ञा के बयान से किनारा कर लिया। साध्वी जब अलग-थलग पड़ीं तो वह फिर से माफी मांग लीं। बाद में प्रधानमंत्री मोदी का भी इस पर बयान आया कि साध्वी प्रज्ञा ने माफी मांग ली हैं लेकिन मैं उन्हें कभी माफ नहीं करूंगा।
भोपाल में वोटिंग खत्म होने के बाद एक चुनाव प्रचार के दौरान साध्वी प्रज्ञा ने गांधी जी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था। आखिरी चरण के वोटिंग होने थे, ऐसे में बीजेपी ने साध्वी प्रज्ञा के बयान से किनारा कर लिया। साध्वी जब अलग-थलग पड़ीं तो वह फिर से माफी मांग लीं। बाद में प्रधानमंत्री मोदी का भी इस पर बयान आया कि साध्वी प्रज्ञा ने माफी मांग ली हैं लेकिन मैं उन्हें कभी माफ नहीं करूंगा।