इस सवाल को करते हुए उन्होंने भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया से जवाब मांगा, जिसपर सफाई देते हुए कलेक्टर ने कहा किस मजार उस स्थान पर पहले से थी। सड़क निर्माण होने के बाद फुटपाथ वहां बाद में बनाया गया है। कलेक्टर से ये जवाब सुनने के बाद सांसद ठाकुर ने इस बात को वेरिफाई करने के निर्देश दिए हैं। दोनों के बीच हुई बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
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बैठक में सांसद ने उठाए सवाल, वीडियो…
बैठक के दौरान सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि, ‘फुटपाथ पर हरा पोतकर चादर चढ़ाकर मजार बनाई जा सकता है क्या। उन्होंने आगे कहा कि, ‘जिस समय फुटपाथ का निर्माण हुआ, मजार का स्थान उस समय भी वहीं था क्या? नहीं। ऐसे कैसे कोई उस स्थान पर, जहां सब चलते हैं, कोई धार्मिक स्थल बना सकता है।’ साध्वी प्रज्ञा के इस कथन पर सफाई देते हुए कलेक्टर अविनाश लवानिया ने जवाब दिया कि, ‘वो पहले से ही मजार का स्थान था, मजार बहुत पुरानी है। लेकिन, साध्वी प्रज्ञा ने उनकी इस सफाई को मानने से इंकार करते हुए कहा कि, ‘नहीं, उस स्थान को बाद में बनाया गया है।’
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सांसद ठाकुर ने कलेक्टर से पूछा सवाल
कुछ देर इसी मामले पर बहसिया चर्चा होने के बाद सांसद ठाकुर ने कलेक्टर लवानिया को वेरिफाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि, हमें कोई दिक्कत नहीं है। हम किसी के विरुद्ध नहीं पर विकास के बीच आने वाली चीजों को तो हटाना पड़ेगा ना। उन्होंने फिर सवाल किया कि, अगर वहां पहले से ही कोई स्थान था तो उसपर फुटपाथ क्यों बनाया गया?’ इसपर कलेक्टर लवानिया की ओर से कहा गया- ‘क्योंकि हमें सड़क चौड़ी करनी थी, इसलिए फुटपाथ बनाया।’