गौरतलब है कि उमा भारती कुछ समय से अपनी ही सरकार को शराबबंदी को लेकर घेर रही हैं। इससे पहले भी वे 8 मार्च 2021 महिला दिवस से शराबबंदी को लेकर अभियान चलाने का ऐलान कर चुकी हैं। मध्यप्रदेश सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए प्रदेश में शराब को सस्ती करने का ऐलान किया है। इसके पीछे सरकार का तर्क है कि इससे अवैध शराब की बिक्री कम होगी।
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शराबबंदी को लेकर उमा भारती का बड़ा ऐलान
उमा भारती ने एक के बाद एक ट्वीट कर 10 अहम बिन्दू साझा किए हैं। इसमें उन्होंने कहा है कि मध्य प्रदेश में नशाबंदी होकर रहेगी। यह अभियान सरकार के खिलाफ नहीं है, बल्कि शराब और नशे के खिलाफ है। बीजेपी-कांग्रेस और सरकार में बैठे कुछ लोगों को समझा पाना भी कठिन काम है।
उमा भारती ने कहा कि अभियान को लेकर पहले चरण की चर्चा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ स्वयंसेवकों, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से हो चुकी है। उन्होंने कहा कि कठिनाई के कुछ हिस्से अभी भी मौजूद हैं। इस कारण अभियान की शुरूआत से पूर्णता तक मुझे स्वयं पूरी तरह से सजग एवं संलग्न रहना होगा। जिसके लिए मैं तैयार हूं।
उमा का विवादित बयान, हमारी चप्पल उठाती है ब्यूरोक्रेसी
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उमा भारती के यह 10 ट्वीट
1) मकरसंक्रांति पर गंगासागर पहुँचकर संक्रांति के पुण्य काल में गंगोत्री से चली हुई गंगा के कलश में विराजमान गंगा सागर में मिल गईं । मेरे लिए यह क्षण मेरे जीवन का सबसे अधिक प्रसन्नता एवं संपूर्णता की अनुभूति कराने का क्षण था ।
2) इसके बाद मैं जगन्नाथ पुरी आई । कोरोना के नियमों के कारण मंदिर बंद हैं किंतु मैं प्रतिदिन शिखर दर्शन करती हूँ । मैं भगवान जगन्नाथ को नही देख पाती हूँ किंतु वह मुझे देख रहे हैं , ऐसा मुझे निरंतर अनुभव होता हैं ।
3) इन सवा दो सालों के गंगा किनारे रहने के अभियान में अनेको प्रकार की बाधाएँ आई । मेरे बायें पावों के पंजे में दो फ्रैक्चर, फिर मेरे गुरुजी का स्वर्गारोहण, फिर बार बार कोरोना का आक्रमण, मुझे भी दो बार कोरोना हुआ ।
4) इन सवा दो सालों में, मेरे अंदर गंगा पर आस्था, ईश्वर पर विश्वास तथा इसके कारण आंतरिक प्रसन्नता मेरे साथ बने रहे । गंगासागर तक मुझे निर्विघ्न पहुँचाने के लिए हरिद्वार में जप चल रहा हैं । जिसकी पूर्णाहुति 14 फ़रवरी को होगी ।
5) जब तक मैं गंगा अभियान में संलग्न थी, मध्यप्रदेश में पूर्ण शराबबंदी, नशाबंदी अभियान प्रारंभ करने में कठिनाई थी ।
6) उन कठिनाई के कुछ हिस्से अभी भी मौजूद हैं –
1) कोरोना के नए वेरियंट के चलते जनभागीदारी नही हो सकती ।
2) इस अभियान में राजनीतिक निरपेक्ष लोग ही भागीदारी करे ।
यह निश्चित करना चुनौतीपूर्ण कार्य हैं ।
7) हमारा शराबबंदी, नशाबंदी का अभियान सरकार के ख़िलाफ़ नही हैं , शराब और नशे के ख़िलाफ़ हैं । बीजेपी-कांग्रेस एवं सरकार में बैठे हुए लोगों को समझा पाना भी एक कठिन काम हैं ।
8) इन सब कारणों से अभियान के प्रारंभ से अभियान के पूर्णता तक मुझे स्वयं पूरी तरह से सजग एवं संलग्न रहना होगा जिसके लिए मैं तैयार हूँ ।
9) मेरी प्रथम चरण की बातचीत आरएसएस के वरिष्ठ स्वयंसेवकों, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से हो चुकी है। अगला चरण 14 फ़रवरी के बाद प्रारंभ करुंगी। शराबबंदी, नशाबंदी मध्यप्रदेश में होकर रहेगी।
10) इस सम्बन्ध में आपसे लगभग प्रतिदिन संवाद करूँगी। जय गंगा मैया । जय जगन्नाथ। उन्होंने अपने ट्वीट को पीएम मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, अमित शाह, आरएसएस को भी टैग किया है।