शिक्षकों ने बताया कि जिले में क्रमोन्नति में शेष रहे प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षकों के क्रमोन्नति आदेश अटके हैं। वेतन भत्तों का भुगतान भी नहीं किया जा रहा। पूर्व में इन मामलों को लेकर सितंबर माह में कलेक्टर को भी आवेदन सौंपा था, लेकिन निराकरण नहीं किया गया।
यह भी पढ़ें: एमपी के तीन जिलों का बदलेगा नक्शा, कई गांव होंगे इधर से उधर
ज्ञापन में शिक्षकों ने जिले में क्रमोन्नत शिक्षकों को क्रमोन्नति का एरियर का भुगतान शीघ्र करने की मांग की। उच्च पद प्रभार की कार्रवाई फिर शुरू कर समय सीमा में पूर्ण की जाकर योग्य शिक्षकों को लाभ दिए जाने की भी मांग की गई। इसके साथ ही प्रमुख रूप से 3 प्रतिशत डीए के एरियर का भुगतान करने की मांग की गई।
शिक्षकों ने नवीन शिक्षक संवर्ग के दिवंगत शिक्षकों के परिवार को अनुकंपा नियुक्ति देने और जिन बीएलओ के वेतन काटने का आदेश हुआ था, उनका वेतन भुगतान आगामी वेतन के साथ जारी करने की भी मांग की है। ज्ञापन में शिक्षकों ने बताया कि जिले के कुछ विकासखंडों में विकलांग भत्ता और एचआरए नहीं दिया जा रहा है। आगामी वेतन में विकलांग भत्ता व एचआरए जोडकऱ वेतन देने की मांग की।
यह भी पढ़ें: एमपी बीजेपी में जबर्दस्त खींचतान, शर्मा-सिंधिया सबके पावर खत्म, हाईकमान का बड़ा फैसला
शिक्षकों ने स्थापना शाखा प्रभारी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके उदासीन रवैये के कारण सभी भुगतान और काम लंबित हैं। ज्ञापन में चेताया कि आगामी 10 दिन में समस्याएं हल नहीं होने पर आंदोलन किया जाएगा।