चीते देने से पहले दक्षिण अफ्रीका के विशेषज्ञों ने शर्त रखी है कि पहले एमपी में जीतों के दूसरे घर गांधी सागर अभयारण्य से तेंदुओं को बाहर करें, क्योंकि उनकी मौजूदगी से दोनों में द्वंद्व शुरू हो जाएगा। शाकाहारी वन्यप्राणियों की कमी भी हो सकती है। इसके बाद वन विभाग के अपर मुख्य सचिव जेएन कंसोटिया ने तेंदुए को खदेडऩे के निर्देश दिए थे। बता दें, चीता परियोजना-1 की सफलता के बाद गांधी सागर अभयारण्य में चीते लाए जाने हैं। दो बार विशेषज्ञ दौरा कर चुके हैं। मार्च में आए दल को तेंदुए के होने के साक्ष्य मिले थे।