जब सब कुछ अपना तो नाम मिंटो क्यों
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हम यहाँ बैठे हैं इसका नाम है मिंटो हॉल। अब आप बताओ ये धरती अपनी, ये मिट्टी अपनी, ये पत्थर अपने, ये गिट्टी अपनी, ये चूना अपना, ये गारा अपना, ये भवन अपना, बनाने वाले मजदूर अपने, ये पसीना अपना और नाम मिंटो का। इस विधानसभा भवन में कई लोग बैठे थे, उन्हें यहां तक और लोकसभा तक पहुंचाने वाले कुशाभाऊ ठाकरे हैं, जिनने ये नेता गढ़े, जिनने ये कार्यकर्ता बनाये, जिनने पूरे मध्यप्रदेश में वट वृक्ष के रूप में भारतीय जनता पार्टी को खड़ा किया इसलिए मिंटो हाल का नाम कुशाभाऊ ठाकरे जी के नाम पर रखा जाएगा।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हम यहाँ बैठे हैं इसका नाम है मिंटो हॉल। अब आप बताओ ये धरती अपनी, ये मिट्टी अपनी, ये पत्थर अपने, ये गिट्टी अपनी, ये चूना अपना, ये गारा अपना, ये भवन अपना, बनाने वाले मजदूर अपने, ये पसीना अपना और नाम मिंटो का। इस विधानसभा भवन में कई लोग बैठे थे, उन्हें यहां तक और लोकसभा तक पहुंचाने वाले कुशाभाऊ ठाकरे हैं, जिनने ये नेता गढ़े, जिनने ये कार्यकर्ता बनाये, जिनने पूरे मध्यप्रदेश में वट वृक्ष के रूप में भारतीय जनता पार्टी को खड़ा किया इसलिए मिंटो हाल का नाम कुशाभाऊ ठाकरे जी के नाम पर रखा जाएगा।