मुझे गोली मार दी जाए
पुलिस ने जब उसे ओंकारेश्वर में गिरफ्तार किया तो उसने कहा कि मैंने बच्ची के साथ गलत किया है। मुझे गोली मार दी जाए। वारदात के बाद से बस्ती के बच्चे दहशत में हैं और घर से निकलने में डर रहे हैं। तनाव की वजह से बस्ती में पुलिस बल तैनात किया गया है।
हैवानियत का कबूलनामा दुकान से लौटते ही दबोच लिया
बच्ची अकेली पान मसाला लेकर लौट रही थी।मैंने बहाने से उसे अपने पास बुलाया। वह जैसे ही मेरे दरवाजे के पास पहुंची, मैंने उसकी गर्दन पकड़कर अपने कमरे में खींच लिया। इसके बाद उसे बिस्तर में पटक दिया। वह चीखने लगी तो कमरा बंद कर हाथ से उसका मुंह दबा लिया। इसके बाद गलत काम किया।
करीब 15 मिनट तक उसका मुंह दबाए रखा। वह बेसुध हो गई तो हिलाया-डुलाया, लेकिन शरीर में कोई हरकत नहीं हुई। इसके बाद उसके शव को कमरे में कपड़ों के बीच छिपा दिया। जब परिजनों को पता चला कि बच्ची गायब है तो कमरे में ताला लगाकर बच्ची की तलाश कराने में जुट गया। तड़के करीब चार बजे जैसे ही सब लोग सो गए, मैंने बच्ची के शव को नाले के पास फेंका और फरार हो गया। (जैसा आरोपी विष्णु ने पुलिस को शुरुआती बयान में बताया)
ट्रेन से खंडवा के लिए हुआ रवाना
बच्ची का शव मिलते ही आरोपी रविवार सुबह हबीबगंज स्टेशन से इंटरसिटी में बैठकर इंदौर गया। यहां दिनभर रुकने के बाद वह बस से खंडवा जा रहा था। पुलिस के पीछे होने की जानकारी मिलने पर वह ओंकारेश्वर के पास कोरकट्टा में बस से उतर गया।
गिरफ्त में आते ही कबूला गुनाह
पुलिस के शिकंजे में आते ही आरोपी विष्णु ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस उसे मंगलवार यानि आज कोर्ट में पेश कर साक्ष्य बरामदगी के लिए रिमांड की मांग करेगी। इसके साथ ही पुलिस उसे घटना स्थल पर भी ले जाएगी।
मां की फरियाद: जल्द मिले बेटी को न्याय
घटना के बाद से बच्ची की मां सदमे में है। वह बस यही कह रही कि आरोपी को फांसी पर लटकाया जाए। उसकी बेटी को तभी न्याय मिलेगा, जब महीनेभर में अदालत आरोपी को सजा सुनाए। उन्होंने लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। जिससे अन्य पुलिसकर्मी सबक ले सकें।
पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता एवं अन्य भाजपा नेताओं ने सोमवार शाम रोशनपुरा से टीटी नगर थाने तक कैंडिल मार्च निकाला। इससे पहले शिवराज ने कहा कि आज अगर हम चुप बैठे, तो मासूम बच्चों के आंसू हमें माफ नहीं करेंगे। मासूम से बलात्कार के दोषियों को सीधे फांसी के फंदे पर लटकाया जाए।
शिवराज ने ऐलान किया कि फास्ट ट्रैक कोर्ट के लिए सोशल मीडिया द्वारा एक गैर राजनीतिक अभियान भी चलाया जाएगा। इधर, तेजस जनकल्याण समिति ने नादरा बस स्टैंड चौराहे पर प्रदर्शन कर आरोपी को फांसी की सजा देने की मांग की है।
चार बिंदुओं पर मांगा जवाब
राज्य मानवाधिकार आयोग पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट है। आयोग ने भोपाल आइजी को नोटिस जारी कर चार बिंदुओं पर जवाब मांगा है। धारा 166 ए के तहत लापरवाह पुलिसकर्मियों पर क्या कार्रवाई हुई? इस धारा में भोपाल संभाग में कितने पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हुई है? रिपोर्ट में देरी क्यों हुई? साथ ही अब तक हुई जांच की रिपोर्ट मांगी है।